12-14 नवंबर के दौरान मॉर्गन स्टैनली के सालाना एशिया-प्रशांत शिखर सम्मेलन में हुई प्रस्तुति में कहा गया कि अगले साल के अंत तक डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए की विनिमय दर 62.2 रहेगी। इस साल की चौथी तिमाही में एक अमेरिकी डॉलर 62 रुपए का रहेगा। प्रस्तुति में कहा गया कि अगली दो तिमाहियों के दौरान यह 62.5 और 62.3 के स्तर पर रह सकता है।
एक फीसद बढ़ेगी विकास दर
मॉर्गन स्टैनली के मुताबिक अन्य एशियाई देशों की विकास दर के मुकाबले भारत की वृद्घि दर सबसे अधिक रहेगी। प्रस्तुति में कहा गया कि भारत में जीडीपी की वृद्घि दर 2015 में 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है जो इस साल के 5.3 प्रतिशत के मुकाबले एक प्रतिशत अधिक है।
आर्थिक सुधार से मजबूती
मॉर्गन स्टैनली के मुख्य अर्थशास्त्री (एशिया) चेतन आह्या ने कहा कि रुपए के मामले में हमारी राय सकारात्मक है। सुधार कार्यक्रमों से भारत में आर्थिक विकास को मजबूती मिल रही है। आह्या ने कहा कि कारोबारी माहौल सुधारने और पेट्रोलियम की कीमत कम होने से जीडीपी बढ़ाने मे सहूलियत हो रही है।