नसबंदी रिकाॅर्ड के चक्कर में महिलाओं की जान से खिलवाड़

बिलासपुर(निप्र)। एलटीटी ऑपरेशन का रिकाॅर्ड बनाने वाले नवीन जिला अस्पताल के सर्जन डॉ. आरके गुप्ता अब शासन, प्रशासन व मरीजों की नजरों में अब हीरो नहीं बल्कि खलनायक बन गए हैं। तखतपुर के ग्राम पेंडारी में आयोजित नसबंदी शिविर में बरती गई लापरवाही के बाद हर कोई उन्हें कोस रहा है।

स्वास्थ्य विभाग के पास एलटीटी सर्जन की कमी है। इसके कारण नवीन जिला अस्पताल के सर्जन ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कार्यक्रम में भाग लेते हैं। इसके कारण इन डॉक्टरों के बीच रिकाॅर्ड बनाने की होड़ लगी रहती है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने और हाथ बंटाने वाले जिला अस्पताल के सर्जन डॉ. आरके गुप्ता को 26 जनवरी को पुरस्कृत किया गया था।

तब उन्हें 50 हजार रिकॉर्ड एलटीटी ऑपरेशन करने के लिए सम्मानित करने की घोषणा की गई थी। इसके बाद भी वे रिकार्ड के चक्कर में आनन-फानन में नसबंदी ऑपरेशन निपटाने में लगे रहते हैं। इसका खामियाजा ग्रामीण महिलाओं को भुगतना पड़ा है। यही नहीं राष्ट्रीय कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले चिकित्सक अचानक यमदूत की भूमिका में सामने आ गए हैं।

बीमारी नहीं फिर भी बुला लिया था ऑपरेशन के लिए

हाईकोर्ट कर्मी राकेश श्रीवास्तव को पेट में दर्द की शिकायत हुई तो वे उपचार के लिए नवीन जिला अस्पताल पहुंचे। जहां पर उन्हें डॉक्टर गुप्ता ने ऑपरेशन के लिए अस्पताल में भर्ती होने की बात कही। इसके बाद श्री श्रीवास्तव शारीरिक जांच के लिए निजी अस्पताल पहुंचे। जहां की रिपोर्ट में उन्हें केवल लीवर में केवल सूजन होने की बात कही गई। इससे नाराज श्री श्रीवास्तव ने डॉ. गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। हालांकि इस सब पर डाॅक्‍टर गुप्‍ता की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।

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