2 महीने पहले पता चल जाएगा कम हो रहा बच्चे का वजन

ग्वालियर (ब्यूरो)। आंगनवाड़ी आने वाले यदि किसी भी बच्चे का वजन कम होता है या वह कुपोषण का शिकार हो रहा है तो इसकी जानकारी अब अधिकारियों तक तत्काल पहुंचेगी। ग्वालियर संभाग में महिला एवं बाल विकास विभाग ने एक ऐसा सॉफ्वेयर तैयार किया है, जिसमें ऐसे बच्चों की जानकारी ब्लॉक स्तर पर फीड की जाएगी।

सॉफ्टवेयर की मदद से किसी भी आंगनवाड़ी के बच्चे का वजन कम होता है या उस बच्चे की कुपोषित होने की स्थिति बन रही है, ऐसी स्थिति में यह सॉफ्टवेयर अलर्ट अलार्म के जरिए ऐसे बच्चों को स्पेशल केयर नीड देने की सलाह ऑनलाइन देगा। साथ ही सॉफ्टवेयर संभागीय व जिला स्तर पर दो महीने पहले ही अध्ािकारियों को अलर्ट एसएमएस भेजेगा।

इस ट्रैकिंग सिस्टम में संभाग के 1,49,982 छात्रों को जोड़ा जाएगा। यह सिस्टम अगले साल फरवरी तक पूरी तरह संभाग के आंगनवाड़ी केंद्रों में लागू कर दिया जाएगा।

यूनिक आईडी होगा

सॉफ्टवेयर के लिए हर बच्चे का एक यूनिक आईडी तैयार किया जाएगा। इस यूनिक आईडी का इस्तेमाल बच्चों की विशेष पहचान के रूप में किया जाएगा।

इस आईडी नंबर में बच्चे का नाम, पता, अभिभावक का नाम, संपर्क नंबर और स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी होगी।

ऐसे बच्चों का हर महीने वजन लिया जाएगा। इसका डेटा ऑनलाइन ब्लॉक स्तर पर फीड होगा।

मप्र में अभी सिर्फ ग्वालियर संभाग में

महिला एवं बाल विकास द्वारा ग्वालियर संभाग में इस सर्विलांस सिस्टम के लागू होने पर यह प्रदेश में पहला

ऐसा सिस्टम होगा, जब विभाग कम वजन, अति कम वजन और कुपोषित बच्चों को ट्रैस करेगा।

प्रारंभिक तौर पर विभाग ने इस सिस्टम को 6 माह पूर्व ट्रायल के रूप में शिवपुरी जिले में लागू कर देखा था।

इसके सकारात्मक परिणाम को देखते हुए इसे संभाग स्तर पर लागू करने की योजना तैयार हुई है। संभाग में

प्रयोग सफल रहा तो पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।

ऐसे बच्चों को अतिरिक्त डाइट दी जाएगी। इलाज के लिए मेडिकल परामर्श दिलाया जाएगा। जरूरत पड़ने पर पोषण पुनर्वास केंद्र पर भर्ती कराया जाएगा।

टोल फ्री नंबर भी

इस सर्विलांस सिस्टम के लिए विभाग ने टोल फ्री नंबर भी तैयार किया है। इस नंबर पर कोई भी संबंधित बच्चों की आईडी बताकर उनकी जानकारी दे सकता है।

ये है टोल फ्री नंबर – 18002701003

ये है सॉफ्टवेयर

कम्युनिटी बेस न्यूट्रिशन सर्विलांस (सीबीएनएस) सॉफ्टवेयर के जरिए हर जिले के छात्रों का रिकॉर्ड कम्प्यूटराइज किया जाएगा। इस सॉफ्टवेयर में संभाग के प्रत्येक जिले की हर आंगनवाड़ी के छात्रों का रिकॉर्ड अपलोड किया जाएगा। इसका डेवलपमेंट यूनिसेफ के तकनीकी सहयोग से किया गया है।

सॉफ्टवेयर के जरिए छात्रों की मॉनिटरिंग करने का कार्य फरवरी माह के अंत तक शुरू कर दिया जाएगा।

इसमें ग्वालियर संभाग का ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर और दतिया जिला शामिल है।

इन बच्चों को सर्विलांस पर रखा जाएगा

कम वजन के बच्चों की संख्या – 128668

अति कम वजन के बच्चों की संख्या – 16429

कुपोषित बच्चों की संख्या – 4885

कुल बच्चों की संख्या – 149982

इनका कहना है

संभाग में इस सिस्टम को अभी ट्रायल बेस पर लागू किया जा रहा

है। इसकेसकारात्मक परिणाम होने पर इसे पूरे प्रदेश में लागू

किया जाएगा। इसके जरिए हम कुपोषित बच्चों को समय पर सही

ट्रीटमेंट दिला सकेंगे।

– मायासिंह, मंत्री, महिला एवं बाल विकास

इस सर्विलांस सिस्टम के जरिए ग्वालियर संभाग के कम वजन,

अति कम वजन और कुपोषित बच्चों को ट्रैस किया जाएगा। इस

सिस्टम को फरवरी तक लागू कर दिया जाएगा।

-सुरेश तोमर, संयुक्त संचालक, महिला एवं बाल विकास विभाग

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