अज्ञात बीमारी से ग्रामीणों में भय व्याप्त है। एक सप्ताह में बीमारी से शांताबाई पति छीतर (72) व भंवरसिंह पिता हेमराज (45) की मौत हो चुकी है। 2 मरीज इंदौर के निजी अस्पताल में भर्ती हैं। खातेगांव बीएमओ शैलेन्द्र परिहार ने बताया कि मंगलवार को 100 महिलाएं, 115 पुरुष तथा 50 बच्चे इलाजरत थे। मरीजों के लिए संजीवनी वाहन की व्यवस्था की गई है।
डॉ. गौरव त्रिपाठी, डॉ. अतुल पवनीकर देवास, कुसमान्या से मलेरिया प्रभारी और स्वास्थ्य विभाग का अमला इलाज में जुटा है। दो लोग स्वेच्छा से पूर्व में ही इंदौर इलाज के लिए चले गए थे जबकि गंभीर हालत होने से श्यामलाल, बाबूलाल व गणपत को विक्रमपुर में मौजूद डॉक्टरों की टीम ने देवास रैफर किया है। यहां के औषधालय में पर्याप्त स्थान नहीं होने से पंचायत भवन में मरीजों का इलाज जारी है।
नवरात्रि से ही प्रकोप
जगदीश जायसवाल, दीपक शर्मा ने बताया कि नवरात्रि के दौरान से ही लोग अज्ञात बीमारी की चपेट में आने लगे थे। कई दिनों तक इलाज कराने के बाद भी लाभ न होने की सूचना एसडीएम व तहसीलदार को मिलने पर उन्होंने 22 अक्टूबर को गांव का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया था। तब से लेकर अब तक शासन-प्रशासन के अनेक नुमाइंदों सहित क्षेत्रीय विधायक आशीष शर्मा भी गांव का भ्रमण कर चुके हैं।
इसके बावजूद मात्र एक डॉक्टर के भरोसे मरीजों का इलाज जर्जर पंचायत भवन में किया जा रहा है। मुकेश जगताप, विजेन्द्र शर्मा, रामू खोजा, सत्यनारायण पालीवाल ने बताया कि मरीजों की मलेरिया की जांच की जा रही है, जिसमें एक भी मरीज की पॉजीटिव रिपोर्ट नहीं आई। इसके बाद भी टायफाइड व डेंगू बुखार की जांच नहीं की जा रही है। साथ ही सैकड़ों मरीज का इलाज मात्र एक डॉक्टर द्वारा किया जा रहा है।
बीमारी नहीं आ रही समझ
खातेगांव बीएमओ डॉ. परिहार ने बताया कि बीमारी समझ में नहीं आ रही है। इससे इलाज करने में परेशानी हो रही है। मंगलवार को गंभीर रूप से बीमार 3 लोगों को इलाज के लिए 108 एम्बुलेंस से जिला अस्पताल देवास रैफर किया गया है। इस संबंध में मैंने सीएमएचओ देवास को अवगत कराया है। साथ ही विक्रमपुर में अन्य डॉक्टरों को बुलाने का प्रयास किया जा रहा है।
लापरवाही का आरोप गलत
नायब तहसीलदार प्रीति भिंसे ने मंगलवार को ग्राम विक्रमपुर में पहुंचकर ग्रामीणों से मुलाकात कर बताया कि लोगों का यह आरोप गलत है कि शासन-प्रशासन द्वारा अज्ञात बीमारी को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। क्योंकि लगातार कोई न कोई अधिकारी गांव का भ्रमण करने आता है। -निप्र
गांव में कीचड़ और गंदगी का अंबार
गांधी जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत जोरशोर से की गई, लेकिन विक्रमपुर ग्रामपंचायत इस अभियान से दूर ही रही। गांवों की गलियों में कीचड़ और गंदगी फैली है और इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। इसका नतीजा यह है कि गांव में अज्ञात बीमारी से सैकड़ों लोग जूझ रहे हैं।