बाडमेर में मिले तेल के भंडार को बाहर निकालने का अभियान शुरु

बाडमेर: पेट्रोलियम उत्पादन के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ते बाडमेर के नाम आज एक और उपलब्धि उस समय जुड गई जब केयर्न इंडिया ने यहां स्थित अपने तेल उत्पादन क्षेत्र में चट्टानों के बीच छिपे तेल को बाहर निकालने के बड़े अभियान की शुरुआत की.

केयर्न इंडिया की आज जारी विज्ञप्ति में दावा किया गया है कि चट्टानों में छिपे तेल को बाहर निकालने का यह अभियान दुनिया की सबसे बडी शुरुआत है. केमिकल इओआर के चलते बाडमेर के तीन सबसे बडे तेल क्षेत्रों मंगला, भाग्यम और एश्वर्या :एमबीए: से ही 30 करोड बैरल अतिरिक्त तेल उत्पादित किया जाना संभव है.
विज्ञप्ति के अनुसार तेल उत्पादन शब्दावली में ‘पालीमर इंजेक्शन’ के नाम से जानी जाने वाली इस तकनीक को बाडमेर से 35 किलोमीटर दूर स्थित देश के सबसे बडे भूस्थलीय तेल भंडार ‘मंगला’ में शुरु किया गया है.

मंगला एनहांस्ड आयल रिकवरी (ईओआर) यानी अधिक तेल प्राप्ति कार्यक्रम को कंपनी ने तय समय सीमा से कुछ महीने पहले ही शुरु किया है. सामान्य स्तर पर शुरु की गई इस गतिविधि को धीरे धीरे बढाया जायेगा.

विज्ञप्ति के अनुसार पॉलीमर फ्लडिंग को विशेषज्ञ केमिकल फ्लडिंग या केमिकल ईओआर के नाम से भी जानते हैं. दुनिया के दूसरे हिस्सों में इसे पुराने तेल क्षेत्रों से अधिक तेल उत्पादन के लिये कारगर तरीका माना जाता है. इस प्रक्रिया के दौरान पर्यावरण अनुकूल रासायनिक बहुलक को पानी में मिला कर जैली की तरह गाढा कर लिया जाता है. इस पालीमर युक्त पानी को इंजेक्शन कूप के माध्यम से तेल भंडार तक पहुंचाया जाता है.इससे जमीन के अंदर चट्टानों के बीच गहरे पैठे तेल को भी आसानी से दबाव के साथ उपर लाया जा सकता है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *