10 हजार बुनकरों पर असर
गनी ने बताया, "शुरुआती अनुमान के मुताबिक, हैंडीक्राफ्ट सेक्टर को बाढ़ की वजह से 450 करोड़ रुपए का लॉस हुआ है। इससे 10,000 बुनकरों पर सीधे तौर पर असर पड़ा है।" उत्तरी कश्मीर के सोपोर और पट्टन में हैंडीक्राफ्ट गुड्स को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग, पुलवामा और कुलगाम पर बाढ़ का काफी असर देखने को मिला है। वहीं, सेंट्रल कश्मीर में सबसे ज्यादा नुकसान वाले इलाकों में बड़गाम और श्रीनगर शामिल हैं।
गनी के मुताबिक, "उत्तरी कश्मीर में 2000, दक्षिण कश्मीर में 1000 और सेंट्रल कश्मीर में 7000 बुनकरों पर बाढ़ का असर देखने को मिला है। डल लेक के आसपास अंदरूनी इलाकों में रह रहे बुनकरों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है।"
बाढ़ से 2000 रजिस्टर्ड हैंडीक्राफ्ट शॉप्स में 1400 दुकानें खत्म हो गईं। कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (केसीसीआई) के प्रेसिडेंट शेख आशिक ने बताया, "राज्य का हैंडीक्राफ्ट सेक्टर पहले से ही सुस्त था, बाढ़ ने मुसीबतें और बढ़ा दी हैं। अगर तुरंत इसे बचाने के लिए कदम नहीं उठाए गए तो सेक्टर खत्म होने के कगार पर पहुंच जाएगा।"