दिल्ली सरकार की महिला हेल्पलाइन 181 पर 31 दिसंबर 2012 से 23 सितंबर 2014 तक आईं सभी कॉल का विश्लेषण किया है। इस अवधि में 2,043 कॉल गुमशुदगी से संबंधित थीं। उम्र के हिसाब से विश्लेषण करने पर पता चला कि सबसे अधिक गुम होने वाली लड़कियों की आयु 15 से 20 वर्ष के बीच है। पांच साल की बच्चियां और 45-50 वर्ष की तक महिलाएं सबसे कम खोने वाली हैं। 181 हेल्पलाइन की संचालक खदीजा फारुखी ने बताया कि 15 से 20 वर्ष आयु के बीच की लड़कियां की गुमशुदगी का संबंध प्रेम प्रसंगों से होता है। हमारे पास आईं कॉल में सबसे अधिक इसी बात का जिक्र होता है।
इस अवधि के दौरान 11 लाख से अधिक कॉल आईं, जिनमें से छह लाख से कुछ अधिक को ही सुना जा सका। आंकड़ों के मुताबिक करीब सवा तीन लाख कॉल ब्लैंक या काम की नहीं थीं। घरेलू हिंसा की लगभग 72 हजार शिकायतें हेल्पलाइन तक पहुंची थीं। दहेज हत्या की 1,382 और दहेज हिंसा की 4,706 मामले में हेल्पलाइन के पास आए।
पाईचार्ट के आंकड़े
आयु गुमशुदगी
0-5 4 (1%)
5-10 9 (2%)
10-15 65 (17%)
15-20 155 (42%)
20-25 53 (14%)
25-30 28 (8%)
30-35 20 (5%)
35-40 29 (8%)
40-45 4 (1%)
45-50 7 (2%)