विदेशी निवेशकों द्वारा यह इक्विटी बाजार में फरवरी के बाद से किया गया सबसे कम निवेश है। फरवरी में विदेशी निवेशकों ने 1,404 करोड़ रुपये का निवेश किया था। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि सरकार द्वारा प्राकतिक गैस की कीमतों में बढोतरी को टालने तथा उच्चतम न्यायालय द्वारा कोयला खानों का आवंटन रदद करने के फैसले का असर बाजार धारणा पर पड़ा और निवेशकों ने कुछ हद तक शेयर बेचे।
हालांकि विदेशी निवेशक भारतीय इक्विटी बाजार को लेकर अब भी उत्साहित हैं। विदेशी निवेशकों (विदेशी संस्थागत निवेशकों, सब एकाउंट या विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों) ने रिण बाजार में निवेश जारी रखते हुए इस खंड में 16000 करोड़ रुपये (2.6 अरब डॉलर) लगाए। इस साल की शुरुआत से विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार में 83,438 करोड़ रुपये (14 अरब डॉलर) लगाए हैं। वहीं ऋण बाजार में उन्होंने 1.18 लाख करोड़ रुपये या 19.6 अरब डॉलर का निवेश किया है।