अब बिजली का बिल देखकर गांव वाले परेशान हो गए हैं। मामला उजागर होने के बाद अब अधिकारी कह रहे हैं कि जल्दी ही गांव वालों के घरो में कनेक्शन जोड़ दिया जाएगा। बिजली बिल ग्रामीण से वापस लिया जाएगा पटाने की जरूरत नहीं है। सनकुराम, कुरेटी ग्राम के पटेल, जीवनराम, सन्नुराम, पण्डोराम, मनिराम, सुरेस ने बताया देविपारा के गा्रमिण जो बिजली बिभाग के अजब कारनामे के चलते परेशान हैं। गांव वालो को कनेक्शन तो नही दिया परंतु बिजली का बिल जरूर थमा दिया। ग्रामीण परेशान है कि जब बिजली जलाए ही नही तो पैसा क्यो पटाएंगे। विदित हो कि शासन ने 2014 तक हर गांव मे बिजली देने का दावा किया था।
जिसका नतीजा है कि अंदरूनी गांव में बिजली के खंभे गाड़ दिये गए, तार लगा दिया गया परंतु सब दिखावे के लिये ही हुआ। आज तक गांव मे बिजली जली नहीं पर बिजली का बिल मिलने से ग्रामिण परेशान है। इस तरह का यह मामला देविपारा गांव का ही नही है।
इसी तरह ग्राम संतोला, नेड़गांव व जोगिन के अलावा क्षेत्र के कई ऐसे गांव है जहां 2 से 3 साल हो गए गांव मे केवल बिजली के खंबें और तार दिखाई देते हैं लेकिन गांव में बिजली नहीं है। ग्रामीणों को इस तरह बिजली का इंतजार कब तक करना होगा और इनके गांव मे बिजली कब आएगी यह बताने वाला कोई नहीं है। जब इसकी जानकारी हमने बिजली बिभाग के असिसटेन्ट इंजिनीयर साहब को दि तो वे भी चकरा गए।
बिजली बिल पटाने की जरूरत नहीं
टेपिंग का कुछ काम बचा है उसे जोड़कर गांव को बिजली कनेक्शन दे दिया जाएगा। बिजली बिल ग्रामीणों से वापस ले लिया जाएगा। उन्हे पटाने की जरूरत नही है।- लोकेश कांगे, असिसटेन्ट इंजिनीयर भानुप्रतापपुर