एक लाख शिक्षकों के पद खाली हैं। कई स्कूलों में छात्र नहीं हैं तो कई जगह शिक्षक नहीं मिलते हैं। किसी स्कूल की छत नहीं है तो कहीं स्कूल भवन जर्जर हो रहे हैं। कक्षाओं में बारिश का पानी टपकता है। कई जगहों पर बच्चों को पढ़ाने के लिए सरकारी स्कूलों में तो गांव के ही लोग चंदा करके शिक्षकों का इंतजाम कर रहे हैं।
स्कूलों के ऐसे हालात
जिन स्कूलों में एक से 15 तक बच्चों का नामांकन हुआ है, ऐसे 8164 स्कूल हैं, जिनमें 14655 शिक्षक पढ़ा रहे हैं। इसी तरह जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या 16 से 30 ही है, ऐसे 19707 स्कूल हैं जिनमें 42150 शिक्षक पढ़ा रहे हैं। ये सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं।