नगर से करीब 30 किमी दूर ग्राम कानापुर के कृषक कैलाश तुकाराम शाह ने एक हैक्टेयर खेत में एक निजी कंपनी का सोयाबीन बीज लगाया। खेत में चार-चार फीट की पालें बनाईं। हर पाल में 9 इंच चौड़ाई की दूरी पर तीन बीज लगाए। बीज को पौधे बनने तक दिन-रात मेहनत की। इसके बाद ट्रैक्टर से उन पर मिट्टी चढ़ाई। श्री शाह ने एकमात्र उस दवाई का उपयोग किया जिसे अन्य किसान सबसे सस्ती व अनुपयोगी बताते हैं।
एक हैक्टेयर में कंपनी के बीजों का अधिकतम उत्पादन 15 क्विंटल का था, लेकिन श्री शाह की मेहनत को देखते हुए 25 क्विंटल तक की उपज आने की उम्मीद है। दो वर्ष पूर्व भी श्री शाह ने मिर्च का 9 लाख रुपए का उत्पादन लिया था। 35 वर्षीय श्री शाह केवल 7वीं कक्षा तक पढ़े हैं, परंतु वे खेती में नई तकनीक अपनाते रहते हैं।
* सोयाबीन के एक पौधे पर 700 फल्लियां लगना चौंकाने वाली बात है। खेत पहुंचकर निरीक्षण किया जाएगा। सही होने पर कृषक का नाम प्रदेश स्तर पर भेजकर बंपर आवक के लिए पुरस्कृत किया जा सकता है। -बीएस सेंगर, कृषि विस्तार अधिकारी, बड़वाह