सुरक्षा परिषद को कल अपनी टिप्पणी में बान ने कहा कि बीमारी को रोकने के लिए हर संभव प्रयासों के बाद भी इसका तेजी से प्रसार हो रहा है.
लोक स्वास्थ्य संकट पर सुरक्षा परिषद की पहली आपात बैठक में उन्होंने कहा कि अपने दम पर कोई अकेली सरकार इस संकट से नहीं निपट सकती. संयुक्त राष्ट्र इसे अकेले नहीं कर सकता. यह अभूतपूर्व स्थिति जिंदगी बचाने और शांति सुरक्षा के लिए असाधारण कदम उठाने की मांग करता है. मैंने बेहद मजबूत संचालन क्षमता वाले विश्व स्वास्थ्य संगठन से जुडकर एक यूएन आपात स्वास्थ्य मिशन स्थापित करने का फैसला किया है.
अंतरराष्ट्रीय मिशन को यूएन मिशन फोर इबोला इमरजेंसी रेस्पांस यानि यूएनएमईईआर के नाम से जाना जाएगा और इबोला के प्रसार को रोकने के लिए पांच प्राथमिकताएं तय की गयी है. इसमें बीमारी रोकने, प्रभावितों का उपचार जरूरी सेवा सुनिश्चित करने, स्थिरता बनाने तथा इसे आगे फैलने से रोकना है.
महासचिव के विशेष दूत के नेतृत्व में इस काम को अंजाम दिया जाएगा.