बीबीसी में छपी खबर के अनुसार, कुम्हेर थाने के प्रभारी आलोक गौतम ने बताया कि बच्ची की मौत बुधवार रात 12:05 बजे ही हो गई थी और उसके परिजनों ने नट मोहल्ला स्थित अपने घर के सामने गुरुवार सुबह दफन कर दिया। इसके बाद वे लोग वहीं बैठ गए, बाद में उन्होंने तंबू भी लगा लिया। इसके बाद बच्ची के जिंदा समाधि लेने की अफवाह फैली। इसके बाद वहां पर लोगों का मजमा लगना शुरू हो गया। उस जगह पर जबर्दस्त अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया।
बाद में स्थानीय पुलिस प्रशासन को इसकी खबर लगी तो उन्होंने बच्ची का शव कब्र से निकलवाकर उसका पोस्टमॉर्टम करवाया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बच्ची के मौत का कारण डायरिया निकला।
थाना प्रभारी के अनुसार, बच्ची जन्म से ही बीमार रहती थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद बच्ची के जिंदा समाधि लेने के अफवाह पर विराम लगा और लोगों का हुजूम वापस लौटा। अफवाह फैलाने वालों ने यह भी कहा था कि बच्ची ने मां को अपनी मौत का समय बताया था। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।