योजना के साथ जुड़ी हैं कई दिक्कतें
दरअसल ऐसी सारी योजनाओं के साथ कई तरह की दिक्कतें आती है जो पूरी जनसंख्या को कवर करने के लिए शुरू की जाती हैं। बैंक जन धन योजना के तहत अधिक से अधिक खाते खोलने के प्रयास में कई गलतियां कर सकते हैं। संभव है कि बैंक एक ही व्यक्ति के कई खाते खोल दें। इस बात की संभावना भी है कि इस योजना के तहत खोले गए खाते ट्रांजैक्शन न होने की वजह से कुछ समय के बाद बंद हो जाएं।
हालांकि इस योजना के मकसद पाने के लिए केंद्र सरकार ने ऐसे परिवारों की पहचान के लिए एक सर्वेक्षण शुरू किया है जिनके पास कोई बैंकिंग खाता नहीं है।
खातों के डुप्लिकेशन का सवाल
काफी सारे ऐसे लोग भी इस योजना के साथ मिल रहे फायदों की वजह से खाते खुलवा रहे हैं, जिनके पास पहले से ही खाते हैं। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इन लोगों को रोकने के लिए बैंक क्या कर रहे हैं। हालांकि जब यह खबर आई कि पहले से बैंकिंग कर रहे लोग भी योजना के तहत खाता खुलवा रहे हैं, तो वित्त मंत्रालय को बयान जारी करना पड़ा।
मंत्रालय के बयान में कहा गया, ‘योजना के साथ घोषित फायदों की वजह से कई मौजूदा खाताधारकों ने भी नए बैंक खाते खोले हैं। प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत घोषित फायदे मौजूदा खाताधारकों को भी दिए जा सकते हैं … और इसके लिए नए बैंक खाते खोलना जरूरी नहीं है।’
लेकिन यह नहीं बताया गया कि यह सुविधा किस आधार पर दी जाएगी। क्या सभी मौजूदा खाताधारकों को यह सुविधा मिलेगी? मंत्रालय के इस बयान के बावजूद सरकार की ओर से अब तक यह स्पष्ट किया जाना बाकी है कि इस योजना से जुड़े लाभ किस-किस को मिलेंगे।