पहले यह होता था
बिलासपुर शहर में सामाजिक सहायता की पांच स्कीमों से 25,611 पेंशनरों को हर दो महीने के अंतराल में 1.53 करोड़ रुपए बतौर पेंशन दिए जाते हैं। इसके लिए निगम ने 29 बैंकों और मुख्य डाकघर में पेंशनरों के बचत खाते खुलवाए हैं। जैसे ही पेंशन की राशि समाज कल्याण विभाग से मिलती है, निगम पेंशनरों के खाते के लिए तय राशि का आरटीजीएस काटता है। पेंशनरों में से अधिकतर कम पढ़े-लिखे या निरक्षर होते हैं। उन्हें बैंकों में विड्राॅल फाॅर्म भरवाने के लिए लोगों की मिन्नतें करनी पड़ती हैं। फिर टोकन लेकर भुगतान के लिए अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है।
अब यह होगा
बायोमैट्रिक मशीन में वास्तविक पेंशनर के अंगूठे या एक अंगुली का इंप्रेशन फीड करके रखा जाएगा। पेंशनर जैसे ही अंगूठा लगाएगा, उसका सत्यापन हो जाएगा। बैंक अधिकारी मौके पर ही उसे तत्काल पेंशन की राशि सौंप देगा। इससे बैंक और पेंशनर दोनों को सहूलियत मिलेगी। भुगतान के लिए जोनवार दिन तय किए जाएंगे, ताकि पेंशनरों को लंबी कतार न लगानी पड़े।
शहर में किस योजना के कितने पेंशनर
योजना पेंशनर
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धा पेंशन योजना 8503
सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना 8957
सुखद सहारा पेंशन योजना 7930
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इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना 217
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विकलांग पेंशन योजना 4
चुनावी फंडा, लेकिन नई स्कीम के फायदे कई
पेंशन भुगतान की नई व्यवस्था एेन नगरीय निकाय के चुनाव से पहले शुरू की जा रही है, इसलिए इसे चुनावी हथकंडे के रूप में देखा जा सकता है। हालांकि इसके कई फायदे होंगे। हर पेंशनर का सत्यापन होगा और फर्जी पेंशनरों की संख्या स्वत: घट जाएगी। पेंशनरों व बैंक, दोनों का समय बचेगा।
दो महीने के भीतर कर लेंगे तैयारी
सामाजिक सहायता के पेंशनरों को बायोमैट्रिक सिस्टम से पेंशन का भुगतान करने के लिए 60 दिन की समय-सीमा तय की गई है। शासन का आदेश मिलते ही इसे लागू करने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। नई व्यवस्था तय समय पर शुरू हो जाए, इसके लिए समीक्षा बैठक रखी गई है।”
रानू साहू, कमिश्नर नगर निगम