पीड़ित लड़की के चाचा ने चार माह की मेहनत के बाद भतीजी को खोज निकाला। परिजनों ने दलाल सारंडा जिले के सेरेंगदा गांव निवासी राजू लोहार को भी पकड़ लिया। उसके साथ परिजन अन्य लड़कियों को छुड़ाने दिल्ली गए हैं।
दलाल राजू ने 2010 में सारंडा जिले की छह लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर दिल्ली के मोतीनगर स्थित प्लेसमेंट एजेंसी को 60 हजार रुपए में बेच दिया था। एक लड़की के वापस आने के बाद मामले का खुलासा होने पर परिजनों ने दलाल को दबोच लिया। उसकी पिटाई की और अपने साथ दिल्ली ले गए।
दलाल राजू लोहार ने बताया कि दिल्ली की प्लेसमेंट एजेंसी ने उससे लड़कियों को लाने के लिए कहा था। इसके बदले उसे 60 हजार रुपए मिले थे। परिजनों का कहना है कि लड़कियों को छुड़ाए जाने के बाद वे पुलिस में मामला दर्ज कराएंगे और आरोपी दलाल को भी सौंप देंगे।