भूख से जिस बच्ची की मौत हुई है उसके परिजनों ने उसे जन्म के बाद स्वीकारने से इनकार कर दिया था। बच्ची की शार्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि भरपेट भोजन न मिलने की वजह से उसकेदिल और फेंफड़े ने काम करना बंद कर दिया था। इस कारण उसका कार्डियो रेस्परटॉरी सिस्टम (सांस लेने संबंधी) फेल हो गया था।
जिस कारण उसकी मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, नीलबड़ निवासी विनोद यादव ने मंगलवार रात करीब साढ़े ग्यारह बजे जानकारी दी कि उसकी एक माह की बच्ची की बीमारी से मौत हो गई है।
बच्ची को अपनाना नहीं चाहते थे
विनोद यादव ने पत्नी लक्ष्मी को 17 जुलाई को डिलीवरी के लिए सुल्तानिया अस्पताल में भर्ती कराया था। जांच में लक्ष्मी को हार्ट डिसीज होने की जानकारी मिलने के बाद डॉक्टरों ने अगले दिन उसे इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल रैफर कर दिया। वहां के मेडिसिन डिपार्टमेंट में 19 जुलाई को लक्ष्मी की डिलीवरी हुई।
विनोद का आरोप था कि उसकी पत्नी ने बेटे को जन्म दिया। चूंकि नवजात का वजन काफी कम था, इसलिए उसे अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर ने बच्ची दी तो उसने अपनाने से इंकार कर दिया था।
इसकी शिकायत उसने कोहेफिजा पुलिस से भी की थी। हालांकि, बाद में उसने दबाव में आकर बच्ची को अपना लिया था।
अस्पताल में नहीं कराया था भर्ती
मंगलवार को विनोद और लक्ष्मी बच्ची को लेकर हमीदिया अस्पताल गए थे। डॉक्टरों ने बच्ची को भर्ती करने की सलाह दी थी। लेकिन, विनोद बच्ची को गंभीर हालत में अस्पताल से घर ले गया। जहां शाम साढ़े पांच बजे उसकी मौत हो गई। हालांकि, पुलिस को इसकी सूचना उसने पांच घंटे बाद दी।
पुलिस को बच्ची की शार्ट पीएम रिपोर्ट मिल गई है। जिसमें उसका कार्डियो रेस्परटॉरी सिस्टम फेल होना आया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई करेगी। संध्या शर्मा, थाना प्रभारी, रातीबड़ – See