पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु पैनल का सबसे अहम चेहरा हो सकते हैं. साथ ही मुक्त बाजार के हिमायती भारतीय-अमेरिकी अर्थशास्त्री अरविंद पनगढि़या और विवेक देबरॉय भी टीम का हिस्सा हो सकते हैं. पैनल की अध्यक्षता प्रधानमंत्री ही करेंगे. पैनल का एलान जल्द हो सकता है. देबरॉय और पनगढि़या चुनाव से पहले से मोदी के सलाहकार रहे हैं.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चीन के डेवलपमेंट एंड रिफॉर्म्स कमीशन से अलग एक नाम खोजा जा रहा है. छोटा और दक्ष पैनल ज्यादा लोगों की पसंद बताया जा रहा है. वह मौजूदा आठ सदस्यीय योजना आयोग से अलग होगा. अधिकारी ने बताया कि थिंक टैंक के पास दूसरे क्षेत्रों से विशेषज्ञ लेने का अधिकार होगा. विस्तृत दिशा-निर्देश अभी तय नहीं हुए हैं.