सितंबर में आएगी ईयू की टीम
ईयू, प्लांट एंड हेल्थ डिपार्टमेंट की एक्सपर्ट्स टीम सिंतबर में इस जांच के लिए भारत आएगी। एक्सपर्ट टीम अनिवार्य नियमों के आधार पर पैकेजिंग सुविधाओं की जांच करेगी। साथ ही एक्सपर्ट टीम इस बात को भी पुख्ता करेगी की पैकेजिंग में साफ-सफाई का कितना ख्याल रखा गया है।
ब्रिटिश पीएम ने लिखा था खत
हाल ही में शीर्ष एनआरआई लेबर एमपी कीथ वााज ने बताया था कि उन्हें ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरून का एक पत्र प्राप्त हुआ है। यह पत्र ईयू के अल्फांसों आम पर प्रतिबंध को लेकर है। पत्र के तहत ब्रिटिश पीएम कैमरून ने यह साफ किया है कि सितंबर में ऑडिट के समय फूड एंड एनवॉयरमेंट रिसर्च एजेंसी (डीईएफआरए) भारतीय अथॉरिटीज को मदद और सलाह देगी।
दो सितंबर को ऑडिट में ईयू देगी सुझाव
वेज के मुताबिक हेल्थ कमिश्नर टोनियो बॉर्ग ने आधिकारिक तौर पर बताया है कि भारत में ऑडिट दो सितंबर को होगी। इस ऑडिट में प्रतिबंध पर यूरोपियन यूनियन फिर से विचार करेगी। वेज ने अपने बयान में कहा कि मैं ब्रिटिश पीएम कैमरून के इस फैसले का स्वागत करता हूं। वेज ने कहा कि भारतीय आम अल्फांसो पर लंबा प्रतिबंध नहीं रहेगा। जल्द ही यह प्रतिबंध हटाया जाएगा।
2015 दिसंबर तक लगाया गया था प्रतिबंध
गौरतलब है कि यूरोपियन यूनियन ने भारतीय अल्फासों आम पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस प्रतिबंध के पीछे ईयू ने बताया था कि भारतीय आमों में फ्रूट फ्लाई (मक्खी) पाई गई है। इस फ्रूट फ्लाई से यूरोप में सलाद के व्यवसाय पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। एक मई को डीईएफआरए ने भारत पर अल्पसमय के लिए अल्फांसो आम पर प्रतिबंध लगा दिया था। यह प्रतिबंध ईयू ने 2015 दिसंबर तक लगाया है।