मौसम विभाग के अनुसार 23 जुलाई तक कुल बरसात की कमी घटकर 25 प्रतिशत रह गई है। सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि मानूसन ने जोर पकड़ा है। मौसम विभाग के अनुसार अभी तक मानसून के बरसात की स्थिति बेहतर है और आने वाले दिनों में स्थिति और बेहतर होने की संभावना है।
यह पूछने पर कि देश के कुछ भागों में सूखे को लेकर चिंता है, उन्होंने कहा कि हम राज्यों को केवल तभी सहायता देते हैं जब वे सूखा घोषित कर देते हैं। अभी तक किसी भी राज्य सरकार ने हमें नहीं लिखा है कि उन्होंने किसी क्षेत्र विशेष में सूखा घोषित किया है।
कृषि मंत्री ने कहा, हम उनकी मदद के लिए तैयार हैं। यहां तक कि राज्यों के पास भी इस उद्देश्य के लिए अलग से धन है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार राज्य सरकारों के सतत संपर्क में है। टमाटर की बढ़ती कीमतों के बारे में, जिसकी कीमत राष्ट्रीय राजधानी में 80 रुपये प्रति किलो तक हो गयी है, सिंह ने कहा, आपूर्ति पर्याप्त है। वर्ष 2013-14 में उत्पादन पिछले वर्ष के मुकाबले दो प्रतिशत अधिक था।
देश के उत्तरी और मध्य भाग में मानसून के पुनर्जीवित होने के कारण बुवाई को गति मिली है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार खरीफ फसलों के दायरे में भूमि का कुल रकबा पिछले वर्ष के मुकाबले पिछले सप्ताह तक करीब 27 प्रतिशत की कमी के साथ पांच करोड़ 33.2 लाख हेक्टेयर था। पिछले वर्ष की समान अवधि में यह सात करोड़ 29.1 लाख हेक्टेयर था।