गम्हरिया: बड़ा गम्हरिया बस्ती स्थित राजकीय बुनियादी मध्य विद्यालय (बेसिक स्कूल) में सोमवार को मध्याह्न् भोजन में छिपकली मिली. इससे 94 बच्चे बीमार पड़ गये, जबकि स्टेशन रोड निवासी त्रिलोकी सिंह का पुत्र विक्की सिंह स्कूल में ही बेहोश हो गया. सभी छात्रों का स्थानीय पीएचसी में इलाज कराया गया. शाम पांच बजे उन्हें छुट्टी दे दी गयी. घटना दोपहर डेढ़ बजे की है.
प्रधानाध्यापक नवल किशोर सिंह ने बताया कि स्कूल में 1.20 बजे टिफिन हुई. करीब 126 बच्चों को एमडीएम का खाना दिया गया था. बच्चे खाना खा रहे थे. करीब पौने दो बजे चौथी कक्षा की छात्र प्रीति कुमारी की थाली में मरी छिपकली दिखी. उसे देखते ही
एक -एक कर बच्चे बीमार होने लगे. सूचना पाकर पार्षद धनंजय गुप्ता पहुंचे. उन्होंने बीमार छात्रों को अस्पताल पहुंचाया. साथ इसकी सूचना जिले के अधिकारियों को दी.
इस्कॉन ने की पुष्टि: सूचना पाकर पहुंचे इस्कॉन (सेंट्रल कीचन) के सुपरवाइजर दवेश कुमार ने भी थाली में छिपकली होने की पुष्टि की. साथ ही इसकी सूचना अधिकारियों को देने की बात कहकर स्कूल से फरार हो गया.
अधिकारियों ने किया स्कूल का निरीक्षण: देर शाम अधिकारियों ने बेसिक स्कूल का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
अस्पताल पहुंचे अधिकारी : सूचना पाकर जिप ओध्यक्ष शकुंतला माहली, डीडीसी रेमंड केरकेट्टा, एडीसी संदीप दोराईबुरू, एसडीओ सीबी सिंह, डीएसई सुभाष चंद्र घोष, सीएस कलानंद मिश्र, जिला कुष्ठ पदाधिकारी डॉ किरण चोपड़ा, डीइओ हरिशंकर राम, जिप सदस्य सारथी महतो, बीइइओ चित्ररेखा देवी, आदित्यपुर थाना प्रभारी अजय कुमार, गम्हरिया थाना प्रभारी आरएन चौधरी, बीडीओ लक्ष्मी नारायण किशोर, सीओ जितेंद्र मुंडा, आधुनिक के प्रतिनिधि सोनू सिंह, अमृत महतो, गणोश चौधरी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष देबु चटर्जी, अजरुन यादव, सुरेश धारी व अविनाश सोरेन आदि पहुंचे.
खाने में मिली छिपकली के मामले की जांच हो. इसके लिए जो भी दोषी हो, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाये
धनंजय गुप्ता, पार्षद सह जिला योजना समिति सदस्य
इस्कॉन द्वारा बरती जा रही लापरवाही का खामियाजा स्कूली बच्चों को भुगतना पड़ रहा है. ऐसी घटनाएं पहले भी हुई हैं. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि अन्य स्कूलों के बच्चे इसका शिकार न हो.
शकुंतला माहली, जिप अध्यक्ष.
बाद में छिपकली गिरी : इस्कॉन : इस मामले में स्कूल प्रबंधन की गलती है. 12.30 बजे इस्कॉन की ओर से खाने को स्कूल प्रबंधन के हवाले कर दिया गया था. उस वक्त खाना ठीक था. स्कूल प्रबंधन की ओर से लिखित रूप से यह माना भी गया था. लेकिन अचानक 1.30 बजे फोन किया गया कि खाने में छिपकली है. जाकर देखा, तो पाया कि खाने के ऊपर छिपकली पड़ी हुई है. छिपकली खाना बांटने के दौरान ही गिरी थी. खाने को खुला रखा गया था. इस मामले में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इस्कॉन को भी शो कॉज किया गया है.
यशवंत सिंह, मिड डे मील प्रभारी
मरीज आने के बाद पीएचसी में बिछाया जाता है बेड : गम्हरिया स्थित पीएचसी में चिकित्सा व्यवस्था किस प्रकार से चलती है इसकी पोल तब खुली जब राजकीय बुनियादी विद्यालय (बेसिक स्कूल) के बीमार बच्चों को इलाज के लिए उक्त अस्पताल में लाया गया. अस्पाल पहुंचने पर देखा गया कि सारे बेड इधर उधर पड़ा हुआ है. मरीजों के आने के बाद पीएचसीकर्मियों द्वारा बेड को सही कर उसमें बेडशीट बिछाया गया. इसके बाद बच्चों को बेड में सुलाकर प्राथमिक उपचार किया गया. इस दौरान करीब आधे घंटे तक बच्चे भटकते रहे. इससे आक्रोशित पार्षद धनंजय गुप्ता ने इसकी शिकायत सिविल सजर्न से कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की.
सेंट्रल कीचन से आता है खाना: गम्हरिया प्रखंड के 83 विद्यालयों में इस्कॉन द्वारा संचालित सेंट्रल कीचन योजना के तहत मध्याह्न् भोजन पहुंचाया जाता है. इसी भोजन में छिपकली मिलने से बच्चे बीमार पड़े.
सेंट्रल कीचन योजना सरकार द्वारा चलायी जा रही है. घटना से संबंधित रिपोर्ट सरकार को भेजी जायेगी. सरकार के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
सुरेश चंद्र घोष, जिला शिक्षा अधीक्षक.