यह घटना सोमवार तड़के तीन बजे उस समय हुई जब अखा शलोनी अपने दो मित्रों मणिपुर निवासी 25 साल के दिहे काजहिहरी और बिहार निवासी 40 साल के नागेंद्र शर्मा के साथ मसूदपुर कालोनी में अपने एक मित्र के घर पार्टी में शामिल होने गए थे। पार्टी के बाद वे आटो से काजहिहरी को कोटला मुबारकपुर स्थित मकान पर छोड़ने जा रहे थे। यह आटो जब गुरुद्वारा रोड के पास पहुंचा जो पीछे से आई एक कार ने लगातार हार्न बजाना शुरू कर दिया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कार में बैठे लोगों ने आटो चालक को अपशब्द कहे जिसे लेकर तीनों मित्रों और उनके बीच बहस होने लगी। बहस जल्द ही लड़ाई में बदल गई। कार में बैठे पांचों लोग शायद नशे में थे। वे कार से उतरे और तीनों पर हमला बोल दिया। काजहिहरी और शर्मा तो मौके से भाग गए लेकिन शलोनी को उन्होंने पकड़ लिया। काजहिहरी ने पुलिस को दिए बयान में कहा,‘यदि नागेंद्र और मैं बचकर नहीं भागे होते तो हम भी मारे जाते।’ उसने यह भी कहा कि हमले की प्रकृति नस्ली नहीं थी लेकिन हमलावर ‘मारो मारो’ कह रहे थे।
अधिकारी ने बताया,‘काजहिहरी ने पुलिस को करीब साढ़े तीन बजे फोन किया। शलोनी को अखिल भारतीय चिकित्सा आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के ट्रामा सेंटर ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौत सिर पर गंभीर चोट लगने के कारण हुई।’
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) बीएस जायसवाल ने बताया कि पीड़ित शलोनी की ओर से ‘उकसावे की कोई कार्रवाई’ नहीं की गई थी। पीड़ित दक्षिण दिल्ली के मुनिरका इलाके में रह रहा था और वर्तमान में बेरोजगार था।
पुलिस ने गढ़ी क्षेत्र से संजय बसोया, शक्ति बसोया उर्फ शैंकी और राजीव उर्फ राजू को गिरफ्तार किया है। बाकी के दो लोगों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस ने उस कार को जब्त कर लिया है जिसमें हमलावर सवार थे। पुलिस ने इलाके से सीसीटीवी फुटेज जुटाए हैं। पीड़ित के कॉल रिकार्ड की भी जांच की जा रही है ताकि इस बात की जांच की जा सके कि क्या पीड़ित हमलावरों को जानता था। अधिकारी ने कहा, ‘कई टीमों का गठन किया गया है, जो मामले में अलग-अलग सुरागों पर काम कर रही हैं।’
जायसवाल ने कहा,‘हम लोगों ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रहे हैं। उस पर पांच-छह लोगों ने हमला किया। पीड़ित की ओर से उकसावे की कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।’ पीड़ित के परिवार के दिल्ली आने के बाद उसके शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। पोस्टमार्टम के लिएएक मेडिकल बोर्ड का गठन किए जाने की उम्मीद है।
इस बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि राजधानी में पूर्वोत्तर के लोगों पर लगातार हो रहे हमले सरकार के लिए एक ‘बड़ी चिंता’ का विषय हैं। उन्होंने घटना को लेकर कहा,‘हमला पूर्व नियोजित लगता है। पुलिस पहले ही घटना के कुछ फुटेज हासिल कर चुकी है।’ रिजिजू ने कहा कि वह घटना को लेकर दिल्ली पुलिस के संपर्क में हैं।
इस साल जनवरी में राजधानी के लाजपत नगर इलाके में अरुणाचल प्रदेश निवासी 19 साल के छात्र नीडो तानिया को कथित रूप से कुछ लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला था। इस घटना के बाद लोगों में भारी आक्रोश था। इसी तरह फरवरी में दक्षिण दिल्ली के मुनिरका इलाके में मणिपुर की 14 साल की एक लड़की के साथ उसके मकान मालिक के बेटे ने कथित तौर पर बलात्कार किया था। मार्च में हुई एक और घटना में मणिपुर निवासी एक लड़की और उसके एक रिश्तेदार पर दो लोगों ने हमला किया। उन्हें मारा पीटा, नस्ली टिप्पणियां कीं और लड़की का यौन उत्पीड़न किया।