मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक अगले 7 दिनों तक कम बारिश होने के आसार हैं। देश के चारों जोंन में कम बारिश दर्ज हुई है, जिससे खरीफ फसल की बुआई घटी है। 27 जून तक किसान केवल 131.5 लाख हेक्टेयर की बुआई कर पाए हैं, जो कि पिछले साल के मुकाबले 34.6 फीसदी कम है। पिछले साल अब तक 200.1 लाख हेक्टेयर में हुई थी।
मानसून अपडेट
जून में इतनी कम बारिश पिछले 100 साल में नहीं हुई, अगले 7 दिनों तक बारिश सामान्य से कम ही होगी, मौसम विभाग ने चेताया बारिश के लिए लगाया गया दूसरा पूर्वानुमान भी गलत साबित हो सकता है और 2014 को सूखे का वर्ष घोषित करना अभी जल्दबाजी होगी।
किन फसलों पर सबसे ज्यादा असर
बारिश की कमी से खरीफ फसलों का रकबा पिछड़ता जा रहा है। कृषि विभाग के मुताबिक देश के किसानों ने 27 जून तक 22 लाख हेक्टेयर में चावल की बुआई की है जो कि पिछले साल के मुकाबले 36 लाख हेक्टेयर कम है। तिलहन की बुआई 47 फीसदी घटकर 479,000 हेक्टेयर में हुई है। वहीं कॉटन के रकबे में 47 फीसदी की गिरावट आई है। पिछले हफ्ते तक देश में 29 लाख हेक्टेयर में कॉटन की बुआई का काम पूरा हुआ है।
IMD के अनुसार
मौसम विभाग के डायरेक्टर डीएस पाइ के मुताबिक देश में 93 फीसदी से कम बारिश होने के आसार है। हालांकि इसमें ज्यादा कमी नहीं आएगी। दूसरे पूर्वानुमान में 93 फीसदी का अनुमान था जिससे 4 फीसदी कम या ज्यादा बारिश हो सकती है। साथ ही मौसम विभाग का मनना है कि 8 जुलाई तक देश में सामान्य से कम बारिश की संभावना है।
24 अप्रैल को पहले पूर्वानुमान में मौसम विभाग ने 95 फीसदी बारिश की संभावना जताई थी। इसके साथ ही 60 फीसदी अलनीनो का अनुमान लगाया था। वहीं दुसरे पूर्वानुमान में 93 फीसदी बारिश का अनुमान लगाया था। साथ ही अलनीनो की संभावना बढ़कर 70 फीसदी हुई।
अब किधर है मानसून का रुख
पाइ के अनुसार उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में पूरे सीजन में बारिश कम रह सकती है। 10 दिनों से ठहरा मानसून मंगलवार को उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब की ओर आगे बढ़ रहा है। जून में पूरे देश में 92.4 मिमी बारिश हुई जो कि सामान्य से 43 फीसदी कम है। पिछले 100 में तीसरी बार जून में इतनी कम बारिश हुई है। पिछले साल सामान्य से 32 फीसदी कम बारिश हुई थी।