नई दिल्ली। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पर अपने एक रिश्तेदार की कंपनी को फायदा पहुंचाने के प्रयास का आरोप लगा है। एक अंग्रेजी अखबार ने दावा किया है कि ई-रिक्शा बनाने वाली कंपनी पूर्ति ग्रीन टेक्नोलॉजीज (पीजीटी) प्राइवेट लिमिटेड नितिन गडकरी द्वारा स्थापित पूर्ति समूह की कई कंपनियों में से एक है।
उधर, भाजपा ने नितिन गडकरी का बचाव करते हुए कहा कि इस मामले में उनका कोई व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं है। इसे बेवजह तूल दिया जा रहा है। इस मामले में गडकरी का कोई स्वार्थ नहीं है और पूर्ति ग्रीन टेक्नोलॉजीज से उनका कोई रिश्ता नहीं है।
अखबार में बताया गया है कि कंपनी 2011 में रजिस्टर्ड हुई थी। 2011 तक गडकरी पूर्ति समूह के चेयरमैन थे। पीजीटी उन 7 कंपनियों में से एक है, जिसे काउंसिल ऑफ साइंटिफिक ऐंड इंडस्ट्रियल रिसर्च ने बैटरी से चलने वाले रिक्शा बनाने और बेचने का लाइसेंस 2012 में दिया था।
गडकरी ने 17 जून को एक रैली में ई-रिक्शा चालकों को संबोधित करते हुए उन्हें राहत देने की बात कहीं थी। इससे लगभग एक लाख परिवारों को राहत देने की बात कही गयी थी। ई-रिक्शा खरीदने के लिए 3 प्रतिशत दर पर लोन देने के लिए बैंकों को प्रोत्साहित करने की बात भी कही गयी थी।