कमजोर मानसून से मक्के के रकबे में भारी गिरावट
कमजोर मानसून के चलते मक्के की फसल का रकबा पिछले साल की तुलना में आधा हो गया है। कृषि विभाग के गुरुवार तक के आंकड़े के मुताबिक इस खरीफ सीजन में 1.1 मिलियन हेक्टेयर में मक्के की बुआई हुई है जो कि पिछले साल इस समय तक 2.2 मिलियन हेक्टेयर थी।
मानसून के उत्तरी छोर में हलचल
मौसम विभाग का कहना है कि लगातार 10वें दिन तक मानसून के दक्षिण-पश्चिम छोर की चाल में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है। वहीं मानसून का उत्तरी छोर गुजरात के वेरावल और सूरत, महाराष्ट्र के नासिक और वाशिम, उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर और मध्य प्रदेश के दामोह के उपर से गुजर रहा है।
इससे पहले 20 जून को मानसून में आखिरी बार हलचल देखने को मिली थी जब मानसून इंटीरियर उत्तरी कर्नाटक, तेलंगाना, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, मराठवाड़ा और पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ दिस्सों में पहुंचा था।
आमतौर पर मानसून 15 जून तक पूर्वी और मध्य भारत में पूरी तरह से सक्रीय हो जाता है और 15 जुलाई तक पूरे देश को अपने चपेट में ले लेता है।
देश भर में मानसून की धीमी गति के चलते देश में अभीतक कम बारिश देखने को मिली है। 1 जून से अब तक देश में सामान्य से 43 फीसदी कम बारिश दर्ज हुई है। सामान्य रुप से इस अवधि में 155.4 मिमी बारिश होती है लेकिन इस बार 88.5 मिमी ही हुई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, आज उप हिमालयी पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम, असम और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ इलाकों में जोरदार बारिश की संभावना है। वहीं अगले 24-48 घंटे में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल के उप हिमालय क्षेत्र सिक्किम और बिहार के कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है।
पंजाब, हिमाचल और उत्तराखंड
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक अगले 3-4 दिनों तक पंजाब, हिमाचल और उत्तराखंड के अधिकांश इलाकों में अच्छी बारिश का अनुमान हैं। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि इन इलाकों में पिछले 2-3 दिनों में हुई अच्ची बारिश से किसानों को राहत मिली है और अगले हफ्ते की बारिश इन इलाकों में खरीफ फसल की बुआई के लिए वरदान साबित होगी।
उत्तर भारत और अन्य इलाके
भारतीय मौसम विभाग के ताजा आंकड़ो के मुताबिक हिमालय के नजदीकी इलाकों में कम दबाव के क्षेत्र के कारण इन इलाकों में अलगे 48 घंटों तक अच्छी बारिश का अमुमान है। वहीं इस कम दबाव के क्षेत्र के चलते जम्मू-कश्मीर ईस्ट हरियाणा, दिल्ली और उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश में भी कुछ इलाकों में अत्छी बारिश का अनुमानहै।
मध्य महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात
स्काईमेट के मुताबिक 17 जून से सूखे जैसी स्थिति झेल रहे मध्य महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के इलाकों में अरब सागर से चल रही तरल हवाओं से राहत मिलने के आसार हैं हालांकि यहां कुछ इलाकों में छिटपुट बारिश का अनुमान है। महाराष्ट्र के सतारा, महाबलेश्वर, लातूर औऱ ओस्मानाबाद और तटीय गुजरात के सूरत और भावनगर में अगले 24 घंटों में बारिश का अनुमान है।