दंतेवाड़ा (ब्यूरो)। जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए खाना उधार मांग कर पकाना पड़ रहा है। व्यवस्था ठेके पर होने के बावजूद अस्पताल प्रबंधन की तरफ से पिछले चार महीने से ठेकेदार को राशि का भुगतान नहीं किया गया है। नतीजतन ऐसी नौबत आई है। भुगतान में देरी के चलते दुकानदार भी राशन उधान पर देने से इंकार कर रहे है।
इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। गत दिनों विधायक देवती कर्मा ने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था। उस दौरान मरीजों के नाम पर सोसायटी का चावल क्रय करने की बात सामने आई थी। ठेकेदार ने इसका कारण भुगतान में देरी बताया था।
मिली जानकारी के अनुसार जनवरी माह से जिला अस्पताल में मरीजों के लिए डाईट की व्यवस्था को ठेके पर देना का निर्णय लिया गया था। मीनू में सुबह नाश्ते में पोहा, इडली, दोपहर खाने में चावल, दाल, सब्जी, इसी प्रकार रात्रि भोजन में भी चावल के साथ दाल-सब्जी खिलाना तय हुआ था। स्पेशल डाईट के तहत् दूध और अंडे को मीनू में शामिल किया गया है, लेकिन पिछले चार महीने से ठेकेदार को राशि भुगतान नहीं होने से व्यवस्था चरमरा चुकी है।
स्पेशल डाइट तो दूर चावल भी सोसायटी से खरीदकर लाना पड़ रहा है। कड़का हो जाने से मरीजों की थाली में परोसा जा रहा दाल-सब्जी की गुणवत्ता भी ठीक नहीं है। विधायक ने अपने निरीक्षण में इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की थी, लेकिन ठेकेदार का स्पष्ट तौर पर कहना था कि समय पर भुगतान नहीं होने से वह अपनी जेब से रुपए खर्च कर मरीजों को खाना खिला रहा है। इस संदर्भ में अस्पताल अधीक्षक डॉ एसपीएस शांडिल्य से चर्चा का प्रयास किया गया, परंतु वे कार्यालय में उपस्थित नहीं थे।