80 हजार क्विंटल खाद्यान्न गटक गए अपात्र लोग

रायपुर(निप्र)। जिले में अब तक लगभग एक-चौथाई राशन कार्डों का सत्यापन हुआ है। खाद्य विभाग ने अपात्रों के 23 हजार से ज्यादा कार्डों को निरस्त भी कर दिया है, लेकिन यही अपात्र कार्डधारक पिछले नौ माह में सरकारी धन से खरीदे गए 80 हजार क्विंटल से अधिक खाद्यान्न गटक गए। प्रदेश के बाकी 26 जिलों का हिसाब लगाया जाए तो खाद्यान्न की मात्रा 15 लाख क्विंटल से अधिक होगी।

जिला खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में चार लाख 84 हजार 47 कार्डधारक थे। राज्य सरकार के निर्देश पर सभी कार्डों का सत्यापन कराया जा रहा है। कार्डों का सत्यापन 26 जून तक चलेगा। जिले में 675 दल कार्डों के सत्यापन में लगाए गए हैं। 23 जून तक एक लाख 21 हजार 881 कार्डों का ही सत्यापन हो पाया। इसमें से 98 हजार 348 कार्ड पात्र पाए गए, जबकि 23 हजार 588 कार्ड अपात्रों के पाए जाने पर निरस्त कर दिए गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक निरस्त किए गए कार्ड में 60 फीसदी प्राथमिकता परिवार (नीला कार्ड), 30 फीसदी अंत्योदय परिवार (गुलाबी कार्ड) और दस फीसदी सामान्य परिवार (भूरा कार्ड) श्रेणी के कार्ड हैं।

यही अपात्र लोग हर माह लगभग आठ हजार 700 क्विंटल से अधिक खाद्यान्न उठाते रहे। पिछले साल विधानसभा चुनाव के पहले अक्टूबर से नए राशन कार्डों पर खाद्यान्न का वितरण शुरू हुआ था। इस हिसाब से 80 हजार 856 क्विंटल के लगभग खाद्यान्न अपात्रों को बांट दिया गया। अधिकारियों का कहना है कि जैसे-जैसे कार्ड सत्यापन का प्रतिशत बढ़ेगा, वैसे-वैसे अपात्र कार्डधारकों का प्रतिशत और उनको आवंटित खाद्यान्न की मात्रा भी बढ़ती जाएगी।

तीन श्रेणी के कार्ड पर हजम किए सरकारी खाद्यान्न

नीला कार्ड-

प्राथमिकता कार्डधारकों (नीला) को प्रतिमाह 25 किलो चावल, दस किलो गेहूं, एक किलो शक्कर, दो किलो नमक, दो किलो दाल और दो लीटर मिट्टीतेल मिलता रहा है। अब तक के कुल अपात्र कार्डों का 60 फीसदी 14 हजार 154 प्राथमिकता कार्ड होता है। कार्ड की संख्या के हिसाब से प्रतिमाह 3538 क्विंटल चावल, 1415 क्विंटल गेहूं, 283 क्विंटल नमक, 283 क्विंटल दाल और 28308 लीटर मिट्टीतेल होता है। इस तरह कुल खाद्यान्न 5944 क्विंटल के लगभग होगा। नौ माह का आंकड़ा निकाला जाए तो 53 हजार 496 क्विंटल खाद्यान्न हो जाता है, जिसे अपात्र प्राथमिकता कार्डधारकों ने उठाया।

अंत्योदय कार्ड-

अंत्योदय कार्डधारकों (गुलाबी) को हर माह 35 किलो चावल, दो किलो दाल, एक किलो शक्कर और दो लीटर मिट्टीतेल दिया गया है। खाद्य विभाग ने लगभग सात हजार 76 अंत्योदय कार्ड निरस्त किए हैं, जो कि अब तक कुल सत्यापित कार्डों का 30 फीसदी है। इस ेणी के अपात्र कार्डधारक हर माह 2476 क्विंटल से ज्यादा चावल, लगभग 141 क्विंटल दाल, 70 क्विंटल से अधिक शक्कर और 14152 लीटर मिट्टीतेल उठा चुके हैं। नौ महीने में इन्होंने लगभग 24183 क्विंटल खाद्यान्न उठाया।

सामान्य कार्ड-

सामान्य कार्डधारकों (भूरा) को प्रतिमाह पांच किलो गेहूं, दस किलो चावल और दो लीटर मिट्टीतेल दिया जाता है। अब तक कुल सत्यापित राशन कार्डों में जितने भी कार्ड निरस्त किए गए हैं, उसमें से दस फीसदी (लगभग 2358) कार्ड सामान्य श्रेणी के हैं। इस श्रेणी के अपात्र कार्डधारक हर माह लगभग 118 क्विंटल गेहूं, 235क्विंटल से अधिक चावल और 4716 लीटर मिट्टीतेल उठाया। नौ माह में 3177 क्विंटल खाद्यान्न उठा लिया।

अपात्रों को बांटे खाद्यान्न

चावल- 6251 क्विंटल

गेहूं-1533 क्विंटल

दाल- 566 क्विंटल

शक्कर-212 क्विंटल

नमक- 283 क्विंटल

मिट्टी तेल-47176 लीटर

कलेक्टर जनदर्शन में राशन कार्ड की ढेरों शिकायतें

कलेक्टर जनदर्शन में सोमवार को राशन कार्ड के निरस्तीकरण की शिकायत को लेकर सबसे ज्यादा लोग पहुंचे। इसके अलावा जमीन संबंधी शिकायतें भी काफी संख्या में आईं। कलेक्टर ठाकुर राम सिंह ने लोगों की शिकायतें सुनीं। शहर के कई इलाकों के लोग समूह बनाकर राशन कार्ड निरस्त होने की शिकायत लेकर पहुंचे। इसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। कुछ महिलाओं ने बताया कि उनके परिवार में कोई नहीं है। इसके बावजूद उनका एकल परिवार कार्ड निरस्त कर दिया गया।

इसी तरह कुछ महिलाओं ने बताया कि वे रोजी-मजदूरी करती हैं। उनका प्राथमिकता कार्ड निरस्त कर दिया गया है। जमीन का सीमांकन नहीं होने और अवैध कब्जे की शिकायत भी पहुंची। बिरगांव पालिका के वार्ड 27 में कंक्रीट की सड़क के कारण नाली जाम हो गई है। इससे बारिश में वार्ड में पानी भर रहा है। गिरोद की चंदर बाई ने शिकायत की कि उसके खेत में पेपर मिल और स्टील फैक्ट्री का पानी बहाया जा रहा है। इस कारण वह एक दशक से फसल नहीं उगा पा रही।

राशन कार्ड सत्यापन में तेजी लाने के निर्देश

सोमवार शाम को कलेक्टर ने जिला खाद्य, जिला पंचायत और नगर निगम के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने जिले में अब तक कार्ड सत्यापन की स्थिति की समीक्षा की। इसके बाद कलेक्टर ने सत्यापन के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने 30 जून तक शत-प्रतिशत कार्डों का सत्यापन करने के लिए कहा है।

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