सेंधवा। मानसिक रूप से कमजोर बेटा किसी का अहित ना कर दें, इसलिए कृषक पिता ने जवान बेटे को जंजीरों से बांध रखा है। बेटा पिछले डेढ़ वर्षों से विक्षिप्त सी हालत में है।
ग्रामीण नैनसिंह पिता छगन निवासी मुहाला ने बताया कि उसका बेटा सुंदर बीच-बीच में थोड़ा ठीक भी हुआ लेकिन फिर ऐसा हो गया। पैसों के अभाव में मेंटल अस्पताल में उपचार नहीं करवा पा रहा हूं। नैनसिंह के मुताबिक ऐसी हालत में ये देर रात तक गांव में घूमता है।
लोगों के कपड़े व अन्य सामान उठा ले जाता है। वह कहीं कोई बड़ी अनहोनी या नुकसान ना कर दे, इससे घबराकर जंजीर से बांधकर रखता हूं। रूआंसे गले से नैनसिंह ने कहा कि कोई पिता अपने बेटे को जंजीरों से बांध्ाकर नहीं रख सकता, लेकिन मैं क्या करू, इसके इलाज के लिए पैसो का इंतजाम नहीं है।