मई में जारी थोक महंगाई के आंकड़ों ने लोगों को चौंकाने के साथ-साथ मोदी सरकार की परेशानियों को चिंता को और बढ़ा दिया है। मई में महंगाई दर 5.20 फीसदी से बढ़कर 6.01 फीसदी पर पहुंच गई है। इराक संकट की गहराने के बीच मई एनर्जी इंफ्लेशन दोहरे अंक पर पहुंच गई। मई में एनर्जी इंफ्लेशन 8.93 फीसदी से बढ़कर 10.53 फीसदी पर पहुंच गई।
क्या कहते हैं महंगाई के आंकड़े –
मैन्यूफैक्चरिंग प्रोडक्ट महंगाई दर 3.15 फीसदी से बढ़कर 3.55 फीसदी हुई
हाई स्पीड डीजल इंडेक्स 1.0 फीसदी बढ़ा
फ्यूल, पॉवर ग्रुप महंगाई 8.64 से बढ़कर 10.53 फीसदी हुई
जरूरी वस्तुओं की महंगाई दर 8.58 फीसदी हुई
मई में सभी कमोडिटी इंडेक्स 0.8 फीसदी बढ़ा
मई में फूड आर्टिकल इंडेक्स 2.3 फीसदी चढ़ा
नॉन फूड आर्टिकल इंडेक्स 1.20 फीसदी चढ़ा
मई में सब्जियों की कीमतें 6.70 फीसदी बढ़ी
महंगाई दर के आंकड़ों का असर
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) मौद्रिक नीति बनाते समय थोेक महंगाई के आंकड़ों को ध्यान में रखेगी। यह आंकड़े सस्ते ब्याज दर के रास्ते की रुकावट बन सकते हैं।
फल सब्जियों की कीमतों में इजाफा।
ऊर्जा महंगाई दर बढ़ने का मतलब महंगी बिजली।