की फसल को लेकर चिंता गहराने लगी है। मौसम विभाग के मुताबिक, एक से 10 जून
के बीच देश में 20.6 एमएम बारिश हुई, जो कि सामान्य से 43 फीसदी कम है।
हालांकि, मानसून ने मध्य अरब सागर, तटीय कर्नाटक और पूरे गोवा को कवर कर
लिया है।
बारिश कम होने की वजह से उत्तर पश्चिम से मध्यम पश्चिम के बीच 9 राज्यों
में चावल, कपास, सोयाबीन, मक्का, ग्वार, दालों, आलू, प्याज, मूंगफली और
गन्ने की फसलों को लेकर और गहरा गई है।
मक्का, सोयाबीन और दालों में तेजी
बढ़त के साथ 1,076 रुपए प्रति क्विंटल पर कारोबार कर रहा है। वहीं मध्य
प्रदेश में सबसे ज्यादा उत्पादन होने वाली सोयाबीन की कीमतों पर भी मानसून
का असर दिखने को मिल रहा है। एनसीडीईएक्स पर सोयाबीन 4,400 रुपए प्रति
क्विंटल के ऊपर कारोबार कर रहा है। वहीं जोधपुर में ग्वार की कीमतों में 50
रुपए की तेजी आई है। दालों की बात करें तो मुबंई में लेमन तूअर दाल 50
रुपए की बढ़त के साथ 4000 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच गया है। मानसून का असर
चीनी पर ज्यादा देखने को नहीं मिल रहा है। वायदा बाजार में चीनी मामूली
गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है।
आंशिक सूखे का डर
राजस्थान और हरियाणा आते हैं। वहीं, पश्चिम-मध्य भारत में पश्चिमी और
पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र के विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य
महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा और भीतरी कर्नाटक और तेलंगाना के इलाके आते हैं।
मौसम विभाग ने सोमवार को इन्हीं इलाकों में कमजोर मानसून की आशंका जताई
थी। स्काईमेट वेदर सर्विस का आकलन है कि इन इलाकों में आंशिक सूखे जैसे
हालात बन सकते हैं। इस क्षेत्र में एक से दस जून के बीच सामान्य से 75
फीसदी तक कम बारिश का आंकड़ा इस आशंका को मजबूती दे रहा है।
कहां पहुंचा मानसून
स्काईमेट के मुताबिक, गरुवार को पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान और
ओडिशा में बारिश हो सकती है। पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा, वर्धमान,
बीरभूम,हुगली, मुर्शिदाबाद और नादिया जिलों में बारिश की संभावना है।
बालासोर, भद्रक, केंदुझार और मयूरभंज जिलों के कुछ स्थानों पर गरज के साथ
बारिश शुरू हो गई है। साथ ही अजमेर, बारां, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़,
डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, कोटा, पाली, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सिरोही,
टोंक और उदयपुर जिलों में बारिश की संभावना जताई है।