पटना: इस साल मैट्रिक पास करनेवाले सूबे के करीब तीन लाख छात्र-छात्राओं
का कॉलेजों व इंटर स्कूलों में नामांकन नहीं हो सकेगा. इस साल मैट्रिक की
परीक्षा में 10,06,651 परीक्षार्थी सफल हुए हैं, जबकि सूबे के अंगीभूत व
एफिलिएटेड कॉलेजों और प्लस टू स्कूलों में करीब 7.05 लाख सीटें ही हैं.
ऐसे में मैट्रिक पास करीब 3,01,651 छात्र-छात्राओं का नामांकन नहीं हो
सकेगा. ऐसी स्थिति में उन विद्यार्थियों को प्राइवेट कॉलेजों या दूसरे
राज्यों में पलायन करना पड़ सकता है.
गौरतलब है कि सूबे में 250 अंगीभूत, 150 एफिलिएटेड और 150 इंटर कॉलेज
हैं. वहीं, शिक्षा विभाग के अनुसार प्लस टू स्कूलों की संख्या करीब 1500
है. कॉलेजों में एक सेक्शन में 150 सीटें हैं, जबकि प्लस टू स्कूलों में एक
सेक्शन में 60 सीटें निर्धारित हैं. इस आधार पर प्लस टू स्कूलों में 2.70
लाख छात्र-छात्रओं का नामांकन हो सकता है. वहीं, अंगीभूत महाविद्यालयों में
इंटरमीडिएट की तीन लाख सीटें हैं.
प्रमंडल मुख्यालयों के कॉलेजों में आर्ट्स, साइंस व कॉमर्स के चार-चार
सेक्शन हैं. वहीं, जिला मुख्यालयों के कॉलेजों में कला, विज्ञान व वाणिज्य
के दो-दो सेक्शन हैं. हर सेक्शन में 150-160 सीटें हैं. ऐसे में अंगीभूत
कॉलेजों में करीब तीन लाख सीटों पर नामांकन हो सकेगा. इसी तरह 150
एफिलिएटेड और 150 इंटर कॉलेजों में इंटरमीडिएट के तीनों संकायों के एक-एक
सेक्शन चलते हैं. इन कॉलेजों में करीब 68-68 हजार सीटें हैं. अब इन
स्कूल-कॉलेजों में नामांकन को लेकर माथापच्ची होगी. मैट्रिक में 76 फीसदी
परीक्षार्थी सफल हुए हैं. कॉलेजों व स्कूलों में इंटरमीडिएट के लिए आवेदन
मिलने भी शुरू हो गये हैं. जून तक फॉर्म मिलेगा और जुलाई में नामांकन होगा.