कर्ज में डूबे किसान ने जहर पीकर की आत्महत्या

हटा। कुंअरपुर गांव में कर्ज से परेशान एक किसान ने कीटनाशक दवा पीकर आत्महत्या कर ली हैं। किसान के ऊपर करीब डेढ़ लाख रुपये कर्ज होने की बात बताई गई है। यह कर्ज किसान ने शासन की प्रमुख योजना कपिल धारा कुएं के निर्माण के लिए लिया था, लेकिन ग्राम सरपंच, सचिव और जनपद के कर्मचारी-अधिकारी की लापरवाही के चलते उसे कुआं निर्माण की दूसरी किस्त नहीं मिल पाई थी। जिसके लिए वह करीब एक साल से चक्कर काट रहा था।

सोमवार की सुबह कुंअरपुर गांव निवासी किसान पन्नालाल पिता भागीरथ पटेल 40 साल को कीटनाशक दवा का सेवन करने के बाद हटा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। किसान के साथ आए पुत्र लक्ष्मन पटेल 25 साल ने बताया कि करीब 2 साल पहले ग्राम में उसे शासन की योजना के तहत कपिल धारा कुआं स्वीकृत हुआ था। जिसकी पहली किस्त 80 हजार रुपये उसे मिल गई थी। दूसरी किस्त काम के बाद मिलना थी।

सरकारी रकम होने के कारण उसके पिता ने बाजार से करीब 1 लाख 20 हजार रुपये कर्ज लेकर कुआं का निर्माण कराया। कुआं निर्माण के बाद से ही किसान ने सरपंच, सचिव और जनपद पंचायत के बार-बार चक्कर काटे, इसके बाद भी उसे दूसरी किस्त नहीं मिल पाई।

लक्ष्मन ने बताया कि दूसरी किस्त नहीं मिलने से परेशान उसके पिता ने सरपंच पति को किस्त दिलाने के नाम पर 20 हजार रुपये की रिश्वत भी दी थी। जो कि अब सरपंच पति भी वापस नहीं कर रहा हैं। साथ ही झूठे केस में फसवाने की धमकी देता रहता हैं। फसल पर आपदा की मार, कर्ज चुकाने का टेंशन, सरपंच पति के कारण पिता लगातार परेशान रहते थे, इसी के चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली हैं। पुत्र ने सभी पर कार्रवाई की मांग की हैं। हटा पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरु कर दी हैं।

इनका कहना है

ग्राम पंचायत का तत्कालीन सचिव सस्पेंड चल रहा हैं। मुझे इस मामले की जानकारी नहीं थी। क्योंकि में कुछ ही समय पहले यहां का प्रभारी बना हूं।

दशरथ मिश्रा, प्रभारी सचिव, ग्राम पंचायत

हटा।
कुंअरपुर गांव में कर्ज से परेशान एक किसान ने कीटनाशक दवा पीकर आत्महत्या
कर ली हैं। किसान के ऊपर करीब डेढ़ लाख रुपये कर्ज होने की बात बताई गई है।
यह कर्ज किसान ने शासन की प्रमुख योजना कपिल धारा कुएं के निर्माण के लिए
लिया था, लेकिन ग्राम सरपंच, सचिव और जनपद के कर्मचारी-अधिकारी की लापरवाही
के चलते उसे कुआं निर्माण की दूसरी किस्त नहीं मिल पाई थी। जिसके लिए वह
करीब एक साल से चक्कर काट रहा था।

सोमवार की सुबह कुंअरपुर गांव
निवासी किसान पन्नालाल पिता भागीरथ पटेल 40 साल को कीटनाशक दवा का सेवन
करने के बाद हटा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उसकी इलाज के दौरान
मौत हो गई। किसान के साथ आए पुत्र लक्ष्मन पटेल 25 साल ने बताया कि करीब 2
साल पहले ग्राम में उसे शासन की योजना के तहत कपिल धारा कुआं स्वीकृत हुआ
था। जिसकी पहली किस्त80 हजार रुपये उसे मिल गई थी। दूसरी किस्त काम के बाद
मिलना थी।

सरकारी रकम होने के कारण उसके पिता ने बाजार से करीब 1
लाख 20 हजार रुपये कर्ज लेकर कुआं का निर्माण कराया। कुआं निर्माण के बाद
से ही किसान ने सरपंच, सचिव और जनपद पंचायत के बार-बार चक्कर काटे, इसके
बाद भी उसे दूसरी किस्त नहीं मिल पाई।

लक्ष्मन ने बताया कि दूसरी
किस्त नहीं मिलने से परेशान उसके पिता ने सरपंच पति को किस्त दिलाने के नाम
पर 20 हजार रुपये की रिश्वत भी दी थी। जो कि अब सरपंच पति भी वापस नहीं कर
रहा हैं। साथ ही झूठे केस में फसवाने की धमकी देता रहता हैं। फसल पर आपदा
की मार, कर्ज चुकाने का टेंशन, सरपंच पति के कारण पिता लगातार परेशान रहते
थे, इसी के चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली हैं। पुत्र ने सभी पर कार्रवाई
की मांग की हैं। हटा पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरु कर दी हैं।

इनका कहना है

ग्राम
पंचायत का तत्कालीन सचिव सस्पेंड चल रहा हैं। मुझे इस मामले की जानकारी
नहीं थी। क्योंकि में कुछ ही समय पहले यहां का प्रभारी बना हूं।

दशरथ मिश्रा, प्रभारी सचिव, ग्राम पंचायत

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