भिंड-मेहगांव। कानून व्यवस्था संभालने वाले हाथों ने पर्यावरण बचाने का बीड़ा उठाया तो उसे जुनून बना लिया। पौधे लगाने की बात आती तो सबसे आगे होते, यहां तक कि लोगों को जेब से खर्च कर पौधे दिलाए और उन्हें लगाने की विधि भी बताई। हम बात कर रहे हैं ग्वालियर ईओडब्ल्यू इंस्पेक्टर रवीन्द्र तिवारी की। श्री तिवारी बुधवार को मेहगांव में थे और वर्ष 2008 से 2011 तक टीआई रहते लगाए गए 2 हजार पौधों से बने वट वृक्षों को निहारने के लिए आए थे।
सांसों का कर्ज पौधे
श्री तिवारी कहते हैं कि वे जब भी मेहगांव में पेशी पर आते हैं तो लगाए गए पौधों से बने वट वृक्षों की देखरेख करना नहीं भूलते। श्री तिवारी का कहना है कि हमारी सांसें पर्यावरण का कर्ज है। शुद्ध वातावरण के कारण ही हम सांस ले पाते हैं और सांसों काकर्ज उतारने का पौध रोपण अच्छा माध्यम है।
अपनी राशि पर यह पौधा लगाएं
मेष राशि के लिए आंवला, वृषभ में सिरस और गुलमोहर, मिथुन में चंपा, पीपल और नीम, कर्क में अशोक, नीम और खेर, सिंह में पीपल, कन्या में पीपल तमुला और गुलमोहर, वृश्चिक में गूलर, धनु राशि में आम और बरगद, मकर में बरगद, कुंभ में कदम, मीन राशि वाले बहेड़ा का पौध लगाए।
अब तक लगाए 10 हजार पौधे
श्री तिवारी का कहना है कि वे 1983 में पुलिस सेवा में आए और इसी के बाद से पर्यावरण बचाने के लिए पौधे लगाने का क्रम शुरू किया जो आज तक जारी है। पौधे लगाने की शुरुआत पहली पोस्टिंग गोरमी थाने से की। पौधे लगाने का यह सिलसिला शुरू हुआ तो अब तक जारी है। श्री तिवारी के मुताबिक भिंड में ही उन्होंने असवार, सुरपुरा, एसएएफ ग्राउंड, गोहद थाना, दतिया, सेंवढ़ा और ग्वालियर में पिछौरों की पहाड़िया और शनिक्चरा पहाड़ी पर भी पौधे लगाए हैं।
गृह-नक्षत्रों के मुताबिक पौधे
श्री तिवारी के पौधे रोपने के जुनून को वे अध्यात्म तक ले गए। यही वजह है कि वे पौधे गृह-नक्षत्र और राशि के मुताबिक लगाते हैं। श्री तिवारी कहते हैं कि यह पौधे संसारिक जीवन में सुख-शांति देते हैं और हमें सफल बनाने में अपनी भूमिका भी निभाते हैं।