किसानों की मंशा भांपकर महकमे ने बढ़ा दिया लक्ष्य

नरसिंहपुर। प्रशासनिक भर्राशाही के कारण सोया में क्षति के बाद भी राहत से वंचित जिले के किसानों को इस बार सोया बीज देने कृषि विभाग के पास भी कोई जुगाड़ नहीं हैं। जिला प्रशासन ने सोया में आपदा के कारण हुई भारी क्षति के बाद भी शासन को जो रपट भेजी थी उसमें 0 से 24 प्रश नुकसान बताया था। बीज की कमी छुपाने अब कृषि विभाग किसानों को धान रोपने कह रहा है और विभाग ने बीते वर्ष 17 हजार 200 हेक्टयर से करीब 2800 हेक्टयर ज्यादा 20 हजार हेक्टयर में धान की बोवनी कराने लक्ष्य भी बना लिया है।

जिले में सोयाबीन का बीज किसानों के साथ ही कृषि विभाग एवं विभाग से संबंधित एंजेसियों के पास भी नहीं है। जिससे किसानों को ठगने बाजार में बाहर से आ रहा घटिया बीज भी ब्रांडेड बीज के नाम धड़ल्ले से बेंचा जा रहा है। इसके साथ ही नकली खाद की बिक्री भी जमकर हो रही है।

कुछ विक्रेता तो बिना बिल बाउचरों-कागजों के अनाधिकृत रूप से व्यापारी खाद बेच रहे हैं। खास तो यह है कि बीज न होने से विभाग ने बीते वर्ष के मुकाबले इस बार सोया के बोवनी लक्ष्य में भी 12 हजार हेक्टयर रकबे की कटौती कर दी है। वहीं धान का बोवनी लक्ष्य बढ़ाकर किसानों को धान उत्पादन के कहा जा रहा है जबकि किसान पहले से ही सोया की बजाए धान रोपने की तैयारी कर चुके हैं। कृषि विभाग ने शासन से करीब 18 हजार क्िवटल सोया बीज की मांग की है।

नरसिंहपुर।
प्रशासनिक भर्राशाही के कारण सोया में क्षति के बाद भी राहत से वंचित जिले
के किसानों को इस बार सोया बीज देने कृषि विभाग के पास भी कोई जुगाड़ नहीं
हैं। जिला प्रशासन ने सोया में आपदा के कारण हुई भारी क्षति के बाद भी शासन
को जो रपट भेजी थी उसमें 0 से 24 प्रश नुकसान बताया था। बीज की कमी छुपाने
अब कृषि विभाग किसानों को धान रोपने कह रहा है और विभाग ने बीते वर्ष 17
हजार 200 हेक्टयर से करीब 2800 हेक्टयर ज्यादा 20 हजार हेक्टयर में धान की
बोवनी कराने लक्ष्य भी बना लिया है।

जिले में सोयाबीन का बीज
किसानों के साथ ही कृषि विभाग एवं विभाग से संबंधित एंजेसियों के पास भी
नहीं है। जिससे किसानों को ठगने बाजार में बाहर से आ रहा घटिया बीज भी
ब्रांडेड बीज के नाम धड़ल्ले से बेंचा जा रहा है। इसके साथ ही नकली खाद की
बिक्री भी जमकर हो रही है।

कुछ विक्रेता तो बिना बिल बाउचरों-कागजों
के अनाधिकृत रूप से व्यापारी खाद बेच रहे हैं। खास तो यह है कि बीज न होने
से विभाग ने बीते वर्ष के मुकाबले इस बार सोया के बोवनी लक्ष्य में भी 12
हजार हेक्टयर रकबे की कटौती कर दी है। वहीं धान का बोवनी लक्ष्य बढ़ाकर
किसानों को धान उत्पादन के कहा जा रहा है जबकि किसान पहले से ही सोया की
बजाए धान रोपने की तैयारी कर चुके हैं। कृषि विभाग ने शासन से करीब 18हजार
क्िवटल सोया बीज की मांग की है।

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