जानिए.. पांच बड़े देशों में सड़क हादसों में होती हैं कितनी मौतें!

नई दिल्ली। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे की सड़क हादसे
में हुई मौत ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। सड़क
सुरक्षा और यातायात के नियमों को लेकर अब सिर्फ दिल्ली में ही नहीं बल्कि
पूरे देश में एक बड़ी बहस छिड़ गई है। आंकड़ों पर नजर डालें तो सिर्फ दिल्ली
में हर दिन पांच लोग सड़क हादसे से अपनी जान गंवाते हैं। जबकि पूरे भारत में
ये आंकड़ा लाख से भी ज्यादा है।

भारत : एक वर्ष में सड़क हादसों से कितनी मौतें?

देश में हर साल एक लाख चालीस हजार लोग सड़क हादसों में जान गंवाते हैं।
अगर एक दिन में की बात करें तो ये आंकड़ा 383 का होता है। वहीं राष्ट्रीय
अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो तो यह आंकड़ा 461 बताता है। यानी हर घंटे 19 और हर तीन
मिनट पर एक व्यक्ति सड़क हादसे में अपनी जान गंवाता है। इसे यूं भी कहा जा
सकता है कि हर वर्ष आइसलैंड-मालदीव जैसे देशों की कुल आबादी की आधी के
बराबर जनसंख्या सड़क हादसों की बलि चढ़ जाती है।

अमेरिका : एक वर्ष में सड़क हादसों से कितनी मौतें?

अगर अमेरिका में सड़क हादसों से हुई मौतों की बात की करें तो आंकड़ा भारत
से बहुत कम है। जी हां, अमेरिका में रोड एक्सीडेंट में हर वर्ष मरने वाले
लोगों की संख्या महज 41,292 है।

चीन : एक वर्ष में सड़क हादसों से कितनी मौतें?

अब अगर हम चीन की बात करें तो यहां का आंकड़ा अमेरिका से तो ज्यादा है,
लेकिन भारत से बेहद कम है। जी हां, भारत की ही तरह ज्यादा जनसंख्या वाले
देश चीन में सड़क हादसों से मरने वाले लोगों की संख्या प्रति वर्ष महज
97,551 है। यानी चीन का आंकड़ा भारत में हुए सड़क हादसों से हुई मौतों से
लगभग 42 हजार कम है।

रूस : एक वर्ष में सड़क हादसों से कितनी मौतें?

वहीं अगर रूस की बात करें तो यहां भी यह आंकड़ा सिर्फ भारत ही नहीं
बल्कि अमेरिका और चीन से भी कम है। जी हां, ज्यादा क्षेत्रफल वाले देश रूस
में यह आंकड़ा महज 37,349 है। यानी भारत से तकरीबन एक लाख से भी ज्यादा कम।

जापान : एक वर्ष में सड़क हादसों से कितनी मौतें?

वहीं अगर जापान की बात करें तो इस देश ने सभी देशों के सामने एक मिसाल
पेश की है। यहां हर साल सड़क हादसे से हुई मौतों में कमी आई है। यहां 2013
में सड़क हादसों के दौरान 4,373 लोगों की जान गई थी, जबकि 2012 में यह आंकड़ा
2013 के आंकड़े से 38 ज्यादा था।

यानी यहां हर वर्ष सड़क हादसों से होने वाले मौतों की संख्या में कमी आई है।

जापान को छोड़ दें तो इन सभी देशों में भारत से कहीं ज्यादा संख्या में
कारें हैं, फिर भी यहां सड़क हादसे में मरने वालों की संख्या काफी है। यूं
कहें तो सड़क दुर्घटना के मामला में हमारा देश सबसे आगे है। पूरे विश्व में
लगभग 14 लाख लोग सड़क हादसे में अपनी जान गंवाते हैं। जिसमें से दस फीसदी
हिस्सा भारत से होताहै।

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