जिला प्रशासन की पहल पर इंदौर जिले के हर सोनोग्राफी सेंटर की मशीन पर यह डिवाइस लगाया जा रहा है। कलेक्टर आकाश त्रिपाठी की पहल पर यह सब पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत किया जा रहा है। उन्होंने ही ग्वालियर में तकनीक का सहारा लेकर सभी सोनोग्राफी सेंटर पर यह डिवाइस लगवाने का प्रोजेक्ट बनाया था और सरकार को भेजा था।
इसके बाद वहां सभी सोनोग्राफी सेंटरों पर ये डिवाइस लगाए गए थे। इंदौर आने के बाद यही सिलसिला उन्होंने यहां भी शुरू किया। हाल ही में ग्वालियर में गर्भस्थ शिशु के लिंग परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या से जुड़े एक गिरोह के सरगना कपिल पांडे पर वहां के कलेक्टर पी नरहरि द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करने के बाद यह डिवाइस चर्चा में आया है। इंदौर जिले के 219 सेंटरों की 318 मशीनों में से अब तक 102 पर यह डिवाइस लगाया जा चुका है, जबकि 116 पर लगना बाकी है।
इंदौर।
लिंग परीक्षण कर बेटियों को गर्भ में ही मार देने वाले समाज के स्याह
चेहरे को एक छोटी-सी तकनीक उजागर कर देगी। सोनोग्राफी मशीन में लगने वाला
यह एक्टिव ट्रेकर डिवाइस हरेक गर्भवती की सोनोग्राफी की वीडियोग्राफी
करेगा। यह रिपोर्ट उन सरकारी अफसरों तक अपने-आप पहुंचेगी जिन्हें लिंग
परीक्षण पर रोक लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यदि सोनोग्राफी सेंटर
संचालक ने डिवाइस से जरा भी छेड़छाड़ की तो पकड़ा जाएगा। यह डिवाइस राज्य
सरकार के बेटी बचाओ अभियान को भी सार्थक कर सकता है।
जिला प्रशासन की
पहल पर इंदौर जिले के हर सोनोग्राफी सेंटर की मशीन पर यह डिवाइस लगाया जा
रहा है। कलेक्टर आकाश त्रिपाठी की पहल पर यह सब पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत
किया जा रहा है। उन्होंने ही ग्वालियर में तकनीक का सहारा लेकर सभी
सोनोग्राफी सेंटर पर यह डिवाइस लगवाने का प्रोजेक्ट बनाया था और सरकार को
भेजा था।
इसके बाद वहां सभी सोनोग्राफी सेंटरों पर ये डिवाइस लगाए गए
थे। इंदौर आने के बाद यही सिलसिला उन्होंने यहां भी शुरू किया। हाल ही में
ग्वालियर में गर्भस्थ शिशु के लिंग परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या से जुड़े
एक गिरोह के सरगना कपिल पांडे पर वहां के कलेक्टर पी नरहरि द्वारा
राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करने के बाद यह डिवाइस चर्चा में
आया है। इंदौर जिले के 219 सेंटरों की 318 मशीनों में से अब तक 102 पर यह
डिवाइस लगाया जा चुका है, जबकि 116 पर लगना बाकी है।
– See more at:
http://naidunia.jagran.com/special-story-sonography-technology-centers-oversee-the-gender-test-104184#sthash.rYu9mdTT.dpuf
इंदौर।
लिंग परीक्षणकर बेटियों को गर्भ में ही मार देने वाले समाज के स्याह
चेहरे को एक छोटी-सी तकनीक उजागर कर देगी। सोनोग्राफी मशीन में लगने वाला
यह एक्टिव ट्रेकर डिवाइस हरेक गर्भवती की सोनोग्राफी की वीडियोग्राफी
करेगा। यह रिपोर्ट उन सरकारी अफसरों तक अपने-आप पहुंचेगी जिन्हें लिंग
परीक्षण पर रोक लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यदि सोनोग्राफी सेंटर
संचालक ने डिवाइस से जरा भी छेड़छाड़ की तो पकड़ा जाएगा। यह डिवाइस राज्य
सरकार के बेटी बचाओ अभियान को भी सार्थक कर सकता है।
जिला प्रशासन की
पहल पर इंदौर जिले के हर सोनोग्राफी सेंटर की मशीन पर यह डिवाइस लगाया जा
रहा है। कलेक्टर आकाश त्रिपाठी की पहल पर यह सब पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत
किया जा रहा है। उन्होंने ही ग्वालियर में तकनीक का सहारा लेकर सभी
सोनोग्राफी सेंटर पर यह डिवाइस लगवाने का प्रोजेक्ट बनाया था और सरकार को
भेजा था।
इसके बाद वहां सभी सोनोग्राफी सेंटरों पर ये डिवाइस लगाए गए
थे। इंदौर आने के बाद यही सिलसिला उन्होंने यहां भी शुरू किया। हाल ही में
ग्वालियर में गर्भस्थ शिशु के लिंग परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या से जुड़े
एक गिरोह के सरगना कपिल पांडे पर वहां के कलेक्टर पी नरहरि द्वारा
राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करने के बाद यह डिवाइस चर्चा में
आया है। इंदौर जिले के 219 सेंटरों की 318 मशीनों में से अब तक 102 पर यह
डिवाइस लगाया जा चुका है, जबकि 116 पर लगना बाकी है।
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