मानसून आने से 1 महीने पहले ही बारिश शुरू हो गई है, ऐसे में खरीफ
फसलों को नुकसान हो सकता है। मई महीने की शुरुआत से ही दक्षिण भारत में
जोरदार बारिश हो रही है, ऐसे में फसल की बुआई के समय होने वाली बारिश में
कमी आ सकती है। जानकारों का मानना है कि प्री-मानसून के चलते खरीफ फसल की
बुआई का रकबा और उत्पादन घट सकता है, जिससे आने वाले दिनों में कीमतों में
तेजी आने के आसार हैं।
फसलों को नुकसान हो सकता है। मई महीने की शुरुआत से ही दक्षिण भारत में
जोरदार बारिश हो रही है, ऐसे में फसल की बुआई के समय होने वाली बारिश में
कमी आ सकती है। जानकारों का मानना है कि प्री-मानसून के चलते खरीफ फसल की
बुआई का रकबा और उत्पादन घट सकता है, जिससे आने वाले दिनों में कीमतों में
तेजी आने के आसार हैं।
हाल ही में मौसम विभाग ने इस साल के लिए मानसून का अनुमान जारी किया
था, जिसमें सामान्य से कम बारिश रहने का अनुमान जताया था। मौसम विभाग के
मुताबिक देश में सामान्य से 95 फीसदी बारिश होने का अनुमान है। साथ ही
अल-नीनो आने की भी आशंका 60 फीसदी है।
था, जिसमें सामान्य से कम बारिश रहने का अनुमान जताया था। मौसम विभाग के
मुताबिक देश में सामान्य से 95 फीसदी बारिश होने का अनुमान है। साथ ही
अल-नीनो आने की भी आशंका 60 फीसदी है।