सॉफ्टवेयर प्रदाता कंपनी एरिक्सन का अनुमान है कि
भारत में मोबाइल उपभोक्ता आधार वर्ष 2020 तक बढकर 114.5 करोड हो जाएगी।
वर्तमान में देश में 79.5 करोड मोबाइल उपभोक्ता हैं। इसके साथ ही साथ भारत
में स्मार्ट फोन उपयोगकर्ताओं की संख्या में भी वर्ष 2020 तक 45 प्रतिशत
की बढ़ोत्तरी संभावित है। वर्तमान में 9 करोड़ लोग स्मार्ट फोन का
इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनकी संख्या 2020 तक बढ़कर 50 करोड़ होने का
अनुमान है।
भारत में मोबाइल उपभोक्ता आधार वर्ष 2020 तक बढकर 114.5 करोड हो जाएगी।
वर्तमान में देश में 79.5 करोड मोबाइल उपभोक्ता हैं। इसके साथ ही साथ भारत
में स्मार्ट फोन उपयोगकर्ताओं की संख्या में भी वर्ष 2020 तक 45 प्रतिशत
की बढ़ोत्तरी संभावित है। वर्तमान में 9 करोड़ लोग स्मार्ट फोन का
इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनकी संख्या 2020 तक बढ़कर 50 करोड़ होने का
अनुमान है।
एरिक्सन इंडिया के हेड इंगेजमेंट प्रेक्टिस निशांत बत्रा के मुताबिक,
एक मजबूत यूजर आधार और हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी लोगों के जीने,
बातचीत करने और बिजनेस करने के तरीके में बदलाव लाएगा, जिसमें उपभोक्ताओं
को हर जगह और हर समय डेटा कनेक्टिविटी प्राप्त होगी। सोशल मीडिया, वेब
ब्राउजिंग और चैट के साथ मोबाइल ब्रॉडबैंड का प्रयोग बढ रहा है, जो वर्तमान
में मोबाइल ब्रॉडबैंड ट्रैफिक के एक तिहाई से अधिक हैं।
एक मजबूत यूजर आधार और हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी लोगों के जीने,
बातचीत करने और बिजनेस करने के तरीके में बदलाव लाएगा, जिसमें उपभोक्ताओं
को हर जगह और हर समय डेटा कनेक्टिविटी प्राप्त होगी। सोशल मीडिया, वेब
ब्राउजिंग और चैट के साथ मोबाइल ब्रॉडबैंड का प्रयोग बढ रहा है, जो वर्तमान
में मोबाइल ब्रॉडबैंड ट्रैफिक के एक तिहाई से अधिक हैं।
वीडियो कंज्पशन में भी बढ़त जारी है। एरिक्सन की इस रिपोर्ट में कहा
गया है कि ब्रॉडबैंड सेवाओं और भविष्य के विकास के अवसरों का पूरा लाभ
उठाने के लिए ऑपरेटर्स को तीन क्षेत्रों में नेटवर्क को सब जगह उपलब्ध
कराने, स्थिर एप कवरेज प्रदान करने और ग्राहकों की विशिष्ट रुचि के अनुरूप
नए चार्जिंग मॉडल आधारित पर्सनलाइजेशन में नेटवर्क परफॉर्मेंस की
स्केलिंग में भारी निवेश करने की आवश्यकता है।
गया है कि ब्रॉडबैंड सेवाओं और भविष्य के विकास के अवसरों का पूरा लाभ
उठाने के लिए ऑपरेटर्स को तीन क्षेत्रों में नेटवर्क को सब जगह उपलब्ध
कराने, स्थिर एप कवरेज प्रदान करने और ग्राहकों की विशिष्ट रुचि के अनुरूप
नए चार्जिंग मॉडल आधारित पर्सनलाइजेशन में नेटवर्क परफॉर्मेंस की
स्केलिंग में भारी निवेश करने की आवश्यकता है।