छात्रों को पता नहीं, किताबें खरीद ले जा रहे दुकानदार

पटना:
यहां किताबें हैं छात्रों के लिए, लेकिन खरीदने आते हैं दुकानवाले.
छात्रों के लिए किताबों पर 15 फीसदी का डिस्काउंट भी है, लेकिन इसका फायदा
उठा रहे हैं दुकानवाले. जी हां, इन दिनों सीबीएसइ के पटना रीजनल ऑफिस में
कुछ ऐसा ही देखने को मिल जायेगा. यहां नये सत्र की लैंग्वेज की किताबें रखी
हुई हैं. लेकिन इसकी जानकारी न तो छात्रों को है और न ही उनके अभिभावकों
को. सीबीएसइ हर स्कूल को इसकी सूचना दे चुका है, फिर भी छात्र दुकानों का
ही चक्कर लगा रहे हैं.

स्कूल भी नहीं देते जानकारी
सीबीएसइ अपने पब्लिकेशन से किताबें तो निकाल रहा है, लेकिन वे दुकान पहुंच
रही हैं. स्कूल इसकी सूचना छात्रों को नहीं देते. केवल किताबों की लिस्ट
थमा देते हैं. इसके साथ दुकान का नाम भी बता देते हैं. अभिभावक राजीव सिंह
ने बताया कि हमें तो स्कूल से लिस्ट दी जाती है और दुकान जाने को कहा जाता
है. अगर स्कूल की ओर से यह सुविधा दी जाये, तो छात्रों को फायदा मिलेगा.

152 किताबें निकलती हैं सीबीएसइ से
सीबीएसइ हर साल अपने पब्लिकेशन से 152 किताबें निकालता है. इन किताबों को
आसानी से सीबीएसइ के तमाम रीजनल ऑफिस से लिया जा सकता है. इन किताबों को
सीबीएसइ सेशन शुरू होने के पहले ही रीजनल ऑफिस भेज देता है. सीबीएसइ से
मिली जानकारी के अनुसार 8-10 छात्र एक साथ लैंग्वेज की बुक अगर एक साथ लेते
हैं, तो बोर्ड की ओर से 15 परसेंट का डिस्काउंट दिया जाता है. लेकिन,
जानकारी के अभाव में छात्र नहीं पहुंच पाते हैं.

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