न्यूयार्क : सामाजिक प्रगति सूचकांक पर 132 देशों की सूची में भारत का
स्थान 102वां रहा. यह मानवीय सुख का पैमाना है जो सकल घरेलू उत्पाद या
प्रति व्यक्ति आय के पारंपरिक आर्थिक आकलन के पार जाता है. सामाजिक प्रगति
सूचकांक 2014 की सूची में ब्रिक्स देशों – ब्राजील, रुस, भारत, चीन और
दक्षिण अफ्रीका – में सिर्फ भारत 100वें स्थान से नीचे है. यह सूची अमेरिका
का एक गैर मुनाफा संगठन सोशल प्रोग्रेस इंपरेटिव तैयार करता है.
ब्रिक्स देशों में भारत के सबसे नीचले पायदान पर चीन रहा जो 90वें स्थान पर
है जबकि 46वां पायदान हासिल कर ब्राजील सबसे उपर है. खाद्य एवं सुरक्षा
जैसी मूल मानवीय जरुरत की पहुंच और शिक्षा व व्यक्तिगत स्वतंत्रता के लिए
समान अवसर जैसे पैमानों का उपयोग करने वाले सूचकांक का लक्ष्य है विश्व भर
के जीवन-स्तर का आकलन करना.
पिछले साल पहले सामाजिक प्रगति सूचकांक में 50 देशों को शामिल किया गया था
जबकि 2014 में इनकी संख्या बढाकर 132 कर दी गई. इस सूची में न्यूजीलैंड
शीर्ष पर है जबकि इसके बाद स्विट्जरलैंड, आईसलैंड और नीदरलैंड का स्थान है.
चैड इस सूचकांक में सबसे नीचे है. भारत सामाजिक प्रगति सूचकांक में 102वें
स्थान पर है और सभी तीन आयामों विशेष तौर पर आश्रय (39.77), सूचनाओं तक
पहुंच (39.87) और सहनशीलता व समावेश (21.54) निम्नतर स्थान मिला है.