अप्रैल में दालें महंगी होने का अनुमान

विदेशी असर : म्यांमार में उड़द व अरहर के स्टॉक में कमी से तेजी के संकेत

घरेलू सप्लाई
प्रतिकूल मौसम से चना व मसूर की घरेलू फसल पर असर
आयातित अरहर, उड़द और मूंग कीमतों में तेजी का रुख
चालू माह में मूल्य 25 से 50 डॉलर प्रति टन तक बढ़े

रबी में दलहन की रिकॉर्ड पैदावार के अनुमान के बावजूद दालों की
कीमतों में तेजी की संभावना है। चालू महीने में ही आयातित दालों के दाम 25
से 50 डॉलर प्रति टन तक बढ़ चुके हैं जबकि प्रतिकूल मौसम से रबी फसल को
नुकसान हुआ है।

यही कारण है कि काबुली चना, उड़द, मूंग, मसूर मलका दाल की थोक कीमतों
में चालू महीने में ही करीब 1,000 रुपये प्रति क्विंटल से ज्यादा की तेजी आ
चुकी है।  दलहन आयातक संतोष उपाध्याय ने बिजनेस भास्कर को बताया कि आयातित
अरहर, उड़द और मूंग कीमतों में तेजी बनी हुई है। चालू महीने में इनकी
कीमतों में करीब 25 से 50 डॉलर प्रति टन की तेजी आ चुकी है।

मसूर की घरेलू फसल को प्रतिकूल मौसम से नुकसान हुआ है जिससे पैदावार 20
से 25 फीसदी घटने की आशंका है। आयातित उड़द की कीमतें बढ़कर 740 डॉलर, अरहर
की कीमतें 705 डॉलर, मूंग की कीमतें 1,150 डॉलर और मसूर की कीमतें 710
डॉलर प्रति टन हो गई। म्यांमार में उड़द और अरहर का स्टॉक कम है जिससे
आयातित दालों की कीमतों में और भी तेजी की संभावना है।

श्रीकृष्ण मुरारी कन्वेसिंग कंपनी के प्रबंधक दुर्गा प्रसाद ने बताया कि
उत्पादक राज्यों में प्रतिकूल मौसम से रबी दलहनी फसलें चना और मसूर को
नुकसान हुआ है इसीलिए इनकी कीमतों में तेजी बनी हुई है।

चना के दाम बढ़कर दिल्ली में 3,225-3,250 रुपये और ऑस्ट्रेलिया चने के
भाव मुंबई में 3,150 रुपये और मसूर के भाव बढ़कर 4,550 से 5,500 रुपये
प्रति क्विंटल हो गए।

मूंग तंजानिया का भाव 6,700-6,800 रुपये, अरहर एफएक्यू का भाव 4,275
रुपये और उड़द के भाव अकोला में 4,200-4,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

दलहन के थोक कारोबारी निशांत मित्तल ने बताया कि मूंग, मसूर, काबुली चना
और अरहर दालों की थोक कीमतों में चालू महीने में ही 1,000 रुपये प्रति
क्विंटल से ज्यादा की तेजी आ चुकी है।

मसूर मलका दाल के दाम इस दौरान 4,800 रुपये से बढ़कर 5,800 रुपये, मूंग
धोया दाल की कीमतें 8,500 से बढ़कर 9,600 रुपये, उड़द दाल की कीमतें 4,800
से बढ़कर 5,800 रुपये, काबुली चना के दाम 4,800 से 5,600 रुपये, अरहर दाल
की कीमतें 6,800 से 7,000 रुपये और चना दाल की 3,200 से बढ़कर 3,500 रुपये
प्रति क्विंटल हो गई।

कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार वर्ष 2013-14 में दलहन
की रिकॉर्ड पैदावार 197.7 लाख टन होने का अनुमान है जबकि वर्ष 2012-13 में
183.4 लाख टन की पैदावार हुई थी।

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