पंजाब में खेती के लिए चावल, मक्का, कपास,
सोयाबीन, गन्ना, बाजरा और मेंथा की आठ किस्मों को मंजूरी दी गई है। पंजाब
एग्रीकल्चरल यूनीवर्सिटी (पीएयू) द्वारा विकसित इन किस्मों को स्टेट
वैरायटी एप्रूवल कमेटी की बैठक में खेती करने के लिए मंजूरी दी गई। यह बैठक
कृषि निदेशक मंगल सिंह संधू की अध्यक्षता में हुई।
नई किस्मों की खूबियों के बारे में पीएयू के डायरेक्टर (रिसर्च) एस. एस.
गोसाल ने बताया कि चावल की नई वैरायटी पीआर 123 का पौधा ऊंचाई में छोटा
होगा और इसमें प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होगी। इसके पौधे का रंग हरा होगा। इस
फसल के पौधे की औसत लंबाई 105 सेंटीमीटर होगी और यह 143 दिनों में पककर
तैयार हो जाएगी। पूसा पंजाब बासमती 1509 वैरायटी और कम समय यानि 125 दिनों
में ही तैयार हो जाएगी।
इसके धान की प्रति हैक्टेयर औसत पैदावार 15.7 क्विंटल होगी। इसकी लंबाई
94 सेंटीमीटर होगी। सीओपीबी 91 वैरायटी के गन्ने की लंबाई ज्यादा होगी।
इसकी मोटाई भी ज्यादा होगी और इसका रंग पीला हरा होगा। गन्ने की औसत
पैदावार 410 क्विंटल प्रति एकड़ होगी। इसके रस में सुक्रोज की मात्रा 17
फीसदी होगी।