पटना : नालंदा जिले के किसानों द्वारा धान के उत्पादन में विश्व रिकॉर्ड
बनाये जाने के बाद जर्मनी की आठ सदस्यीय टीम उनसे खेती के गुर सीखने
दरवेशपुरा गांव पहुंची है. यह टीम यहां के किसानों के रहन-सहन पर एक
डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाने जा रही है.
जर्मनी की टीम में शामिल मिस वेटिना वेज ने बताया कि धान के उत्पादन में
विश्व रिकॉर्ड बनानेवाले कतरी सराय प्रखंड के दरवेशपुरा गांव के रहनेवाले
सुमंत कुमार के विषय में जब जर्मनी में उन्हें जानकारी मिली, तो वह खुद को
रोक नहीं पायी. वह कीर्तिमान बनानेवाले बिहार के किसान पर फिल्म बनाने के
लिए पूरी टीम के साथ यहां आयी हैं.
दरवेशपुरा गांव की पगडंडियों पर घूमते हुए वेटिना वेज ने कहा कि यहां के
जैविक और श्री-विधि से खेती के जर्मनी के वैज्ञानिक भी कायल हैं. उन्होंने
कहा कि यहां और जर्मनी के खेती के तरीकों में काफी अंतर है. यहां खेती का
मतलब धान, गेहूं और अन्य खाद्यान्न होता है, जबकि जर्मनी में खेती का मतलब
शराब, दूध, बटर और पनीर होता है.