कोलकता : राज्य की तृणमूल सरकार ने महानगर के फुटपाथ पर रहनेवालों को भी
राशन वितरण प्रणाली में शामिल करने का फैसला किया है. इसके तहत राज्य के
खाद्य व आपूर्ति विभाग और कोलकाता नगर निगम ने मिल कर विशेष सर्वे अभियान
चला कर फुटपाथी लोगों के लिए राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
अब तक राज्य सरकार की ओर से महानगर के विभिन्न क्षेत्रों में रहनेवाले
1602 फुटपाथी लोगों को राशन कार्ड प्रदान की जा चुकी है. इन सभी लोगों को
राज्य सरकार की ओर से दो रुपये प्रति किलो की दर से चावल व गेहूं मुहैया
कराया जायेगा. यह जानकारी गुरुवार को राज्य के खाद्य व आपूर्ति मंत्री
ज्योतिप्रिय मल्लिक ने खाद्य भवन में विभाग के अंतर्गत खोले गये
रौद्रवृष्टि नामक दुकान के उदघाटन समारोह में दी. रौद्रवृष्टि दुकान का
उदघाटन राज्य के पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने किया.
उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया पर आगे भी कार्य जारी रहेगा. जैसे-जैसे लोगों
की सूची बनायी जायेगी, वैसे-वैसे उन्हें राशन कार्ड प्रदान किया जायेगा.
मुख्यालयों में खोले जायेंगे रौद्रवृष्टि के स्टॉल
राज्य के लोगों के पास कम कीमत पर आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए
सभी जिलों, एसडीओ व नगरपालिकाओं के मुख्यालय में रौद्रवृष्टि के स्टॉल
खोलने की योजना बनायी गयी है. इन स्टॉलों पर बाजार की कीमत से 10-12 फीसदी
कम दाम पर सामग्री उपलब्ध होंगी. इन स्टॉलों पर राशन वितरण प्रणाली के तहत
उपलब्ध सामग्री के साथ ही नन-पीडीएस सामग्री भी उपलब्ध होंगी.