मंडियों में फसल आते ही सरकारी गोदामों से गेहूं की बिक्री बंद – आर एस राणा

खुले बाजार
बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत मध्य प्रदेश में गेहूं की बिक्री सरकार ने
बंद कर दी है जबकि अन्य राज्यों में फ्लोर मिलों को गेहूं बेचने के लिए दो
ओर निविदा जारी की जाएंगी। ओएमएसएस के तहत अभी तक केवल 50 लाख टन गेहूं की
बिक्री ही हो पाई है।

खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि मध्य
प्रदेश में 15 मार्च से गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद
शुरू की जायेगी और ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री बंद कर दी गई है। नई फसल
की आवक शुरू होने के कारण सरकारी बिक्री बंद की गई है। देश के अन्य
राज्यों में की रोलर फ्लोर मिलों को गेहूं बेचने के लिए भारतीय खाद्य निगम
(एफसीआई) दो ओर निविदा जारी करेगी।

उन्होंने बताया कि पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात तथा
अन्य प्रमुख उत्पादक राज्यों में गेहूं की एमएसपी पर खरीद पहली अप्रैल से
शुरू की जायेगी। उन्होंने बताया कि रबी विपणन सीजन 2014-15 में एमएसपी पर
310 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया है जबकि पिछले विपणन सीजन में
250.84 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई थी।

आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने 21 जून को ओएमएसएस के
तहत 95 लाख टन गेहूं बेचने की अनुमति दी थी जिसमें से अभी तक केवल 50 लाख
टन गेहूं की ही बिक्री हुई है। आगामी दो निविदा में ओर लगभग पांच-छह लाख टन
गेहूं की बिक्री होने का अनुमान है। अभी तक हुई गेहूं की सरकारी खरीद में
सबसे ज्यादा हिस्सेदारी हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश,
महाराष्ट्र, गुजरात की है।

उन्होंने बताया कि चालू रबी विपणन सीजन 2014-15 के लिए केंद्र सरकार ने
गेहूं के एमएसपी में 50 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 1,400 रुपये प्रति क्विंटल
तय किया है जबकि मध्य प्रदेश में राज्य सरकार किसानों को अलग से 100 रुपये
प्रति क्विंटल का बोनस दे सकती है।

कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार वर्ष 2013-14 में गेहूं
की रिकॉर्ड पैदावार 956 लाख टन होने का अनुमान है जबकि वर्ष 2012-13 में
935.1 लाख टन गेहूं की पैदावार हुई थी।

केंद्रीय पूल में पहली फरवरी को 411.38 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद
है। इसमें 242 लाख टन गेहूं और 169.38 लाख टन चावल की हिस्सेदारी है।
केंद्रीय पूल में खाद्यान्न का स्टॉक बफर के तय मानकों के मुकाबले ज्यादा
ही है। पहली जनवरी को केंद्रीय पूल में 250 लाख टन खाद्यान्न का बफर स्टॉक
होना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *