सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बिहार 19 फरवरी से चार नई सेवाओं से जुड़ गया। प्रदेश के लोगों को स्टेट सर्विस डिलिवरी गेटवे (एसएसडीजी) की सेवाएं मिलने लगी। एक ही पोर्टल पर सूबे की जनता सरकार की सभी योजनाओं का लाभ ले सकेगी। इतना ही नहीं विश्व के सबसे लंबे वाइफाइ रेंज का डेमास्ट्रेशन भी होगा। डिमांस्ट्रेशन से एक माह के अंदर दानापुर से लेकर गांधी मैदान होते हुए एग्जीविशन रोड का एरिया वाइफाइ से आच्छादित हो जाएगा।
इन सेवाओं का उद्घाटन बुधवार को होटल मौर्या में दिन में 11 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो दिवसीय ई-बिहार सेमिनार में करेंगे। बंगलुरू को आईटी हब बनाने में अहम योगदान देने वाले बीवी नायडू के साथ ही प्रेसीडेंट नेस्काम डॉ. आर चंद्रशेखर और अमेरिका के आईटी एक्सपर्ट डॉ. बैरी सैंडयू आ रहे हैं। बता दें कि एसएसडीजी योजना पर काम वर्ष 2011 से चल रहा था, अब यह पोर्टल बनकर तैयार हुआ है। यह पोर्टल सीधे नेशनल सर्विस डिलीवरी गेटवे से जुड़ा होगा। इस गेटवे से व्यक्ति राज्य सरकार के सभी विभागों की योजनाएं, निविदाएं, नियुक्तियां, सकरुलर और कारोबार की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। ऑनलाइन पेमेंट कर सेवाओं का लाभ ले सकेंगे।
प्रबंध निदेशक बेल्ट्रान अतुल सिन्हा ने बताया है कि ई-बिहार सेमिनार के दौरान ही मुख्यमंत्री सिटी सर्विलांस एंड डायल 100 सेवा का उद्घाटन भी करेंगे। इस सेवा के तहत शहर में 150 कैमरे लगाए गए हैं। बिहार के सभी कार्यालयों का स्टेट डेटा सेंटर बेल्ट्रान में बनाया गया है इसका उद्घाटन भी होगा। इसके साथ ही 2.75 करोड़ की लागत से दानापुर, सगुना मोड़, बेली रोड होते हुए गांधी मैदान, डाकबंगला, एग्जीविशन रोड तक करीब 20 किलो मीटर शहरी क्षेत्र को वाई-फाई सेवा से जोड़ने की सेवा का डिमांस्ट्रेशन होगा। होटल मौर्या और आसपास के क्षेत्र में यह डेमॉंस्ट्रेशन होगा। दो दिवसीय सेमिनार में बिहार को आईटी हब बनाने की संभावनाएं तलाशी जाएंगी।
पटना में पहले दिन 223 लोगों ने फ्री वाइफाई का लिया मजा
बुधवार को डेमांस्ट्रेशन के साथ ही बिस्कोमान भवन से मौर्या होटल, एग्जीविशन रोड और यूथ हॉस्टल तक की सड़क पर शहर की जनता को फ्री वाइफाइ सेवा का लाभ मिलने लगा। इस सुविधा का लाभ अगले तीन-चार दिन तक ही लोग उठा सकेंगे। दानापुर से एनआईटी तक सेवा को विस्तारित करने के लिए इसे पुन: बंद किया जाएगा। करीब एक माह बाद दानापुर सगुना मोड़ से इनकम टैक्स गोलंबर, बिस्कोमान, मगध महिला कॉलेज होते हुए एनआईटी तक का क्षेत्र सड़क की लंबाई में फ्री वाई-फाई जोन बन जाएगा।
बुधवार को शाम पांच बजे तक 223 लोगों ने सिटी वाई-फाई में अपना रजिस्ट्रेशन कर इंटरनेट का लाभ लेना शुरू भी कर दिया। सिटी वाई-फाई सेवा को लगाने वाली कंपनी बेंचमार्क इन्फोटेक के निदेशक विनीत गुप्ता ने बताया कि हर तीन सौ मीटर पर वाई-फाई सिस्टम लगाया जा रहा है। डिमांस्ट्रेशन के लिए मौर्या होटल और आसपास के एरिया में सात सिस्टम लगे हैं। वाई-फाई सिस्टम का लाभ निर्धारित रूट की सड़क और उसके अगल बगल सौ मीटर तक के एरिया में लोगों को मिलेगा।
आप ऐसे जुड़ सकते हैं फ्री वाईफाई से
यह सिस्टम लैपटॉप, डेस्कटॉप और स्मार्ट फोन पर काम कररहा है। मोबाइल पर सेटिंग से वाई-फाई ऑन करने पर पटना वाई-फाई दिखेगा। ब्राउजर क्लिक करने पर इंटरनेट खुलेगा। खुलने के साथ ही यूजर को अपना नाम और मोबाइल नंबर भरना होगा। यह दोनों जानकारी मिलने के बाद यूजर रजिस्टर्ड होगा। रजिस्टर्ड होने के बाद मिलने वाले पासवर्ड से ही लोग इस फ्री वाई-फाई से अपने लैपटॉप और स्मार्ट फोन को जोड़ सकेंगे।
पटना अब सेफ सिटी, हर वाहन कैमरे की जद में
शहर में सिटी सर्विलांस सेवा डायल 100 शुरू होते ही पटना देश का 15वां सेफ सिटी हो गया। शहर में आने वाले हर वाहन पर अब 150 कैमरे की नजर रहेगी। शहर से बाहर निकलने वाली 11 सड़कों पर ही 32 कैमरे लगाए गए हैं। इसी क्रम में बिस्कोमान से एग्जीविशन रोड मोड़ तक सिटी वाइफाइ सेवा का सफल डिमांस्ट्रेशन हुआ। दो दिवैसीय ई-बिहार सेमिनार के पहले दिन बुधवार को सरकार ने सूचना प्रौद्यिगिकी (आईटी) कंपनियों के सामने कई ऑफर पेश किए। सेमिनार के दौरान डाक बंगला चौराहे के पास एक लाख वर्ग फीट, बंदरबगीचा में पांच लाख वर्गफीट और बिहटा में आईटी पार्क विकसित करने की घोषणा अफसरों ने की। क्रमश: दो, चार और पांच साल में ये तीनों आईटी पार्क बना देने की बात कही गई।
तीन साल में बिहार बनेगा मल्टीमीडिया हब
दो दिवसीय ई-बिहार सेमिनार में आए आईटी क्षेत्र के दिग्गजों के बीच बैठ सूबे के उच्चधिकारियों ने एक ऐसी रेखा खींचने की तैयारी कर ली है जो आईटी के क्षेत्र में बिहार को न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में अलग पहचान दिलाएगा। सूबे को मल्टीमीडिया का हब बनाने की तैयारी है। इस क्षेत्र में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रानिक एंड इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी (एनआईईएलआईटी) के साथ ही अमेरिकी कंपनी थ्रीडी लीजेंड से सहयोग लिया जाएगा। महज तीन साल में इस क्षेत्र के सैकड़ों एक्सपर्ट तैयार किए जाएंगे।
औरों से कुछ अलग करने की सोच के चलते ही मल्टीमीडिया को फोकस करने का फैसला हुआ। चर्चा के दौरान यह बात सामने आई कि भारत ही नहीं पूरे विश्व में मल्टीमीडिया हब कहीं नहीं है। जिसके बाद यह तय हुआ कि बिहार को आईटी के क्षेत्र में मल्टीमीडिया का हब बनाया जाएगा। आईसीटी कोर कमेटी के चेयरमैन और बेल्ट्रान के प्रबंध निदेशक अतुल सिन्हा के मुताबिक आईटी स्टूडेंट को मल्टीमीडिया के क्षेत्र में एडवांस लेबल कोर्स कराया जाएगा। यह कोर्स छह माह का होगा। कोशिश की जा रही है कि इस कोर्स को करने वाले स्टूडेंट को राज्य सरकार से सब्सिडी दी जाए। शुरुआती दो-तीन बैच को ही सब्सिडी देने की व्यवस्था की जाएगी। तीन बैच निकलने पर इस क्षेत्र में काम करने वाली एक बड़ी टीम सूबे में तैयार हो जाएगी। बताया कि एनआईईएलआईटी नई दिल्ली के एमडी के साथ ही अश्विनी कुमार शर्मा तथा अमेरिकी कंपनी लीजेंड थ्रीडी के सीईओ बैरी सैंडय़ू ने सहयोग का आश्वासन दिया है।
नालंदा में बनेगी आईटी सिटी, सरकार देगी 200 एकड़ जमीन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को आईटी क्षेत्र में काम कर रहे उद्यमियों का आह्वान किया कि वे बिहार आएं। यहां सरकार उन्हें सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि नालंदा में राजगीर के समीप बन रहे नालंदाअंतरराष्ट्रीयविद्यालय के समीप सरकार आईटी सिटी स्थापित करेगी। इसके लिए सरकार दो सौ एकड़ जमीन आईटी उद्यमियों को उपलब्ध कराएगी। सरकार ने अपनी आईटी नीति में भी परिवर्तन किए हैं। आईटी महकमे व आईटी से जुड़े विभिन्न संगठनों द्वारा आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ने यह बातें कही।
स्टेट डाटा सर्वर : वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री ने स्टेट डाटा सर्वर रूम का भी उद्घाटन किया। डाटा सर्वर रूम में एक साथ 600 सर्वर लगाए जा सकते हैं। यह अगले 10 वर्षों के लिए प्राप्त है।
ऑफिशियल स्टेट पोर्टल : मुख्यमंत्री ने इस सम्मेलन में ऑफिशियल स्टेट पोर्टल को भी शुरू किया। यह आम लोगों के लिए उपलब्ध है, जिससे पेमेंट गेटवे, ईमेल या फिर एसएमएस की सुविधा मिलेगी।
बिस्कोमान में आईटी पार्क के लिए जगह मुख्यमंत्री ने कहा कि बिस्कोमान में आईटी पार्क के लिए एक फ्लोर पर एक लाख व दूसरे फ्लोर पर 5 लाख वर्ग फीट जगह सरकार उपलब्ध कराएगी। मौके पर नासकाम के आर. चंद्रशेखर व माइक्रो सॉफ्ट के निदेशक आर राजमणि व आईटी दिग्गज बीवी नायडू भी मौजूद थे। समारोह को आईटी मंत्री शाहिद अली खां, विभाग के सचिव एनके सिन्हा व बेल्ट्रान के एमडी अतुल प्रसाद ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने मौके पर सेल्फ हेल्प ग्रुप की कई निरक्षर महिलाओं को टेबलेट दिया।
बिहार आईटी में अपने काम की ब्रैंडिंग करे
आईटी पर आयोजित दो दिवसीय सेमिनार के उद्घाटन समारोह में आईटी क्षेत्र के महत्वपूर्ण संगठन नासकाम के अध्यक्ष आर चंद्रशेखरन भी मौजूद थी। उन्होंने कहा कि वह यह स्वीकार करती हैं कि बिहार में आईटी के क्षेत्र में इतनी गतिविधि है, इसकी उन्हें जानकारी नहीं थी। यहां आने पर उन्हें बहुत कुछ मालूम हुआ। बिहार को चाहिए कि वह आईटी के क्षेत्र में अपने यहां चल रहे कार्यो की आईटी प्रोफेशनल्स के बीच ब्रांडिंग करे।
श्री राजशेखरन ने कहा कि आज पूरे विश्व में आईटी सेवाओं की बड़े स्तर पर मांग है। युवा स्किल्ड प्रोफेशनल्स कम मिल रहे हैं। आज हाल यह कि यह इंडस्ट्री प्रोफेशनल्स की तलाश में घूम रही है। इसी क्रम में बाहर की कंपनियां भारत आ रही हैं। नासकाम बिहार सरकार को उसकी आईटी के क्षेत्र में उसके काम की ब्रांडिंग में मदद करेगा।