दक्षिण एशियाई
खरीदार भारतीय मक्का खरीद के सौदे करने में खासी दिलचस्पी ले रहे हैं।
भारत में अनुकूल मौसम के चलते पैदावार बढऩे की संभावना से इसके दाम निचले
स्तर पर होने के कारण आकर्षक हैं। अर्जेंटीना से मक्का की सप्लाई सीमित है
क्योंकि वहां मूल्य बढऩे की उम्मीद में किसान बिकवाली नहीं कर रहे हैं।
अर्जेंटीना भी मक्का का प्रमुख निर्यातक देश है।
प्रमुख उत्पादक राज्यों मौसम सुधरने और तापमान बढऩे से मक्का की
क्वालिटी भी बेहतर हो गई है। निर्यातक इस बिना पर क्षेत्रीय खरीदारों को
आकर्षित कर रहे हैं।
खरीदार भी दूरी कम होने के कारण भारत से खरीद में दिलचस्पी ले रहे हैं।
भारत से छोटी खेप में सौदे होने से भी उनके लिए आसानी है। निर्यातकों के
लिए डिफॉल्टर होने का खतरा कम हो जाता है। मुंबई के कारोबारी नीलकांत टक्कर
ने कहा कि जकार्ता, वियतनाम और मलेशिया मक्का खरीद के लिए अच्छे ऑर्डर दे
रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय मक्का के दाम प्रतिस्पर्धी होने
से आगे भी मांग अच्छी रहने की संभावना है।
सिंगापुर के एक डीलर ने बताया कि इंडोनेशिया ने फरवरी-मार्च डिलीवरी के
लिए 1.20 लाख टन मक्का के खरीद सौदे 240-245 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) के
भाव पर किए हैं। जबकि दक्षिण अमेरिका से मक्का 262-263 डॉलर प्रति टन पर
उपलब्ध है। लेकिन कारोबारियों का कहना है कि एशियाई खरीदारों से ऑर्डर छोटी
खेपों के लिए ही मिल रहे हैं।