लड़कियों व बच्चों की तस्करी पर नियंत्रण पाने के लिए नागरिक पुलिस (सिविक
पुलिस) की सहायता लेगा.
नागरिक पुलिस की नियुक्त की है, जिन्हें ग्राम पंचायतों में तैनात किया गया
है. लड़कियों व बच्चों की तस्करी रोकने के लिए हम लोग इनसे जानकारी इकट्ठा
करेंगे.
चूंकि नागरिक पुलिसकर्मी स्थानीय लोग होते हैं, इसलिए उन्हें अपने आसपास
होनेवाली गतिविधियों की जानकारी होती है. इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों में
रहनेवाले विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्यों को भी इस काम में इस्तेमाल
किया जायेगा. वे भी इस प्रकार की किसी गतिविधि की जानकारी पुलिस व विभागीय
अधिकारी को उपलब्ध करायेंगे. महिला व शिशु विकास राज्य मंत्री शशि पांजा
ने कहा कि नागरिक पुलिस ग्रामीण इलाकों में आसानी से न केवल एक मजबूत
नेटवर्क तैयार कर सकते हैं, बल्कि इलाके में किसी अनजान व्यक्ति के प्रवेश
करने व किसी लड़की को लुभाने की घटना की जानकारी दे सकते हैं.
राज्य सरकार ने ग्रामीण इलाकों में महिलाओं को नौकरी पर भरती करने व काम के
सिलसिले में उन्हें अन्य राज्यों में भेजनेवालों का पता लगाने के लिए
सुरक्षित प्रवासी कार्ड का वितरण करना शुरू किया है. फिलहाल केवल उत्तर
दिनाजपुर जिले में यह कार्ड वितरित किये गये हैं. नौकरी पर नियुक्त
करनेवालों व भरती होनेवालीं महिलाओं दोनों पर नजर रखने के लिए जल्द ही
राज्य के अन्य जिलों में भी ये कार्ड बांटे जायेंगे.