कोडरमा बाजार/जमशेदपुर: डोमचांच अंचल के तराई मौजा में फरजी तरीके से टाटा
स्टील कंपनी को 427 एकड़ वन भूमि बेचने के मामले में रजिस्ट्रार मनोज
रुखियार समेत 24 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. वहीं निबंधन विभाग के
प्रधान सहायक असहरउद्दीन को समाहरणालय के पास से गिरफ्तार कर लिया गया.
गुरुवार को कोडरमा थाना में दर्ज प्राथमिकी में टाटा स्टील कंपनी के
प्रतिनिधियों सहित क्रेता- विक्रेता के नाम हैं.
क्या है मामला : पिछले महीने एसडीओ सुनील कुमार की जांच रिपोर्ट में सामने
आया था कि तराई मौजा की 427 एकड़ वन भूमि को फरजी तरीके से पांच करोड़ में
टाटा स्टील कंपनी के नाम कर दी गयी. उक्त जमीन कंपनी ने क्षतिपूरक वन लगाने
के लिए खरीदी थी. सवाल उठा था कि जिस भूमि पर पहले से ही वन लगा है, उस पर
कैसे वन रोपण होगा. जांच के दौरान यह बात भी सामने आयी कि आरोपियों ने
साजिश के तहत प्लॉट नंबर में छेड़छाड़ कर एक को 11, 2 को 12 व 3 को 13
करते हुए कई प्लॉट बेच दिये. इसमें रकवा नंबर व थाना नंबर सही था. जांच
में यह भी सामने आया था कि इस कार्य में तत्कालीन डीएफओ के अलावा डोमचांच
के सीओ रुकमेश मिश्र, सीआइ रामजी प्रसाद व राजस्व कर्मचारी की भूमिका
संदिग्ध थी.
डीएफओ ने एनओसी जारी किया था: डीसी ने इस मामले में कई अधिकारियों से
स्पष्टीकरण मांगने के साथ ही निबंधन कार्यालय व जिला अभिलेखागार में
कार्यरत लिपिक को निलंबित भी किया है. हालांकि गुरुवार को दर्ज मामले में
डोमचांच के अंचल कार्यालय के किसी अधिकारी का नाम नहीं है. जबकि जांच के
क्रम में आरोप सामने आने के बाद इनके खिलाफ प्रपत्र क गठित करने का आदेश
जारी हुआ था.
डीसीएलआर ने दर्ज कराया मामला : कोडरमा के डीसी डॉ प्रवीण शंकर के निर्देश
पर डीसीएलआर जीतेंद्र कुमार देव ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें निबंधन
पदाधिकारी मनोज कुमार रुखियार, प्रधान सहायक असहरउद्दीन, टाटा स्टील कंपनी
के प्रतिनिधि मदन गोपाल सिंह, राजीव डेविड, संजय कुमार, संजीव वर्मा, राजू
खान, राजीव खान, संजीव खान, अख्तर खान, इमरान खान, जैमुन निशा, अरू निशा,
असगरी खातून, बासुदेव शर्मा सहित डीड राइटर व अन्य के नाम हैं. पुलिस
पदाधिकारियों ने बताया कि इन लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही
है.