पटना:
किसी के पास भवन नहीं, तो किसी के पास क्लास रूम की कमी, कोई स्कूल के नाम
पर खानापूर्ति कर रहा है, तो कहीं लाइब्रेरी के नाम पर चार किताबें हैं.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा जब स्कूलों की जांच शुरू की गयी, तो
ऐसे कई स्कूल मिले, जो बस खानापूर्ति कर रहे हैं. इन दिनों समिति द्वारा
राज्य भर के 519 स्कूलों की जांच की जा रही है.
विकास के लिए मिलेगा अनुदान : प्लस टू स्कूल और कॉलेज
को डेवलपमेंट के लिए अनुदान दिया जायेगा. इसके लिए समिति की ओर से इसकी
जांच की जा रही है. समिति से मिली जानकारी के अनुसार नवंबर में जांच की
प्रक्रिया शुरू की गयी है. पांच स्तरों पर स्कूल और कॉलेजों की जांच की जा
रही है, जिसे 31 दिसंबर तक पूरा कर लेना है. राज्य भर के कुल 519 स्कूल और
कॉलेज इनमें शामिल हैं.
अभी तक 79 स्कूल ही जांच में पास : बोर्ड की ओर से
लगभग 100 स्कूल-कॉलेजों की जांच की जा चुकी है. इनमें से अभी तक 79 स्कूल
और कॉलेजों ही जांच में पास कर पाये हैं. अधिकतर स्कूलों के कई बेसिक चीजों
की कमी है. समिति की ओर से अभी हर दिन 15-20 स्कूल और कॉलेज की जांच की जा
रही है. 31 दिसंबर तक तमाम स्कूल और कॉलेज की जांच पूरी करनी है. लेकिन,
बोर्ड को अब यह संभव नहीं लग रहा है. सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार एक
तरफ जहां पंजीयन का काम दोबारा शुरू किया गया है, वहीं स्कूल और कॉलेज की
जांच का काम भी करना है. 24 और 25 दिसंबर को बोर्ड में छुट्टी भी कैंसिल
किया गया है.
जांच के स्तर पर ही मिलेगा अनुदान : हर स्कूल का जांच
की जांच की जायेगी. जो स्कूल समिति के द्वारा किये गये तमाम प्वाइंट के
जांच प्रक्रिया पर खड़ा उतरेगा, उसे ही अनुदान की राशि दी जायेगी. सूत्रों
से मिली जानकारी के अनुसार छह प्वाइंट पर स्कूल और कॉलेज की जांच की
जायेगी. जिस स्कूल में टीचर्स के साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर जितना बढ़िया होगा,
उस स्कूल को अनुदान की राशि उसी के अनुसार दी जायेगी.
3-5 को होगी डीइओ व डीपीओ की बैठक
सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला प्रोग्राम पदाधिकारी की बैठक तीन से
पांच जनवरी को पटना में होगी. इसमें स्कूलों में बांटी जा रही छात्रवृत्ति,
पोशाक और साइकिल योजना की राशि की समीक्षा की जायेगी.